Rajasthan Budget 2022: मदन दिलावर समेत भाजपा के 4 विधायक पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड
हंगामे के बाद शुक्रवार तक के लिए स्थगित हुई विधानसभा की कार्यवाही
TISMedia@Jaipur राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत हंगामेदार रही। भाजपा विधायकों ने गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। भाजपा विधायक रीट भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं हंगामे के चलते भाजपा के चार विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।
गुरुवार को भाजपा विधायक काली पट्टी बांधकर सदन पहुंचे। भाजपा विधायकों के हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही 4 बार स्थगित करनी पड़ी। सुबह 12 बजे इसके बाद 2 बजे और फिर 3 बजे स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद 4.22 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई लेकिन फिर हंगामा शुरू हो गया। फिर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार के लिए स्थगित कर दी गई। भाजपा विधायक सदन में धरने पर बैठ गए।
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भाजपा के 4 विधायक पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने भाजपा विधायक मदन दिलावर, रामलाल शर्मा, अविनाश गहलोत और चंद्रभान आक्या को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। गुरुवार को सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायक एक-दूसरे उलझ गए। विधायक राजकुमार शर्मा ने भाजपा विधायकों के पोस्टर फाड़ दिए। मंत्री अर्जुन बामणिया की भी हाथापाई हो गई। एक-दूसर के खींचा गया। पोस्टर फाड़ दिए गए। भाजपा के विधायक लगातार वेल में आकर लगातार रीट पेपर लीक मामले की जांच के लिए प्रदर्शन करने लगे।
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सत्ता पक्ष के विधायकों को बोलने से रोका
भाजपा के विधायक अपनी सीट छोड़कर सत्ता पक्ष के विधायकों एवं मंत्रियों के सामने आकर नारेबाजी करने लग गए। उन्हें बोलने से रोका गया। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक एक-दूसरे से उलझ गए। भाजपा विधायक मंत्री और स्पीकर के सामने कैमरा आने पर पोस्टर लहराने लग गए। इससे विवाद की स्थिति पैदा हो गई। भाजपा विधायक अपनी सीट छोड़कर विधायक बलवान पूनिया के सामने आ गए। उन्हें बोलने से रोकने कोशिश की गई। पूनिया को घेरकर भाजपा विधायकों ने पोस्टर लहराए। इसलिए हालात खराब हो गए। जब मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और राजकुमार शर्मा ने विरोध किया तो विवाद बढ़ गया। राजकुमार शर्मा ने पोस्टर फाड़ दिए।
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जोशी बोले- युवाओं के साथ अन्याय
विधानसभा के दूसर दिन सदन की हंगामेदार शुरुआत रही। प्रश्नकाल में हंगामा हुआ। इसके बाद शून्यकाल में हंगामा हुआ। संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि रीट की सीबीआई जांच कराने वालों की मांग पर कहना चाहता हूं कि 2016 और 2018 में पेपर लीक हुए थे। उस वक्त तो एसओजी से जांच भी नहीं करवाई गई थी। जांच सिर्फ थाने तक ही सिमट कर रह गई थी। रीट पेपर दो बार लीक हुआ था। अब ये लोग सीबीआई की जांच की मांग कर रही है। इन्हें शर्म आनी चाहिए। धारीवाल ने कहा कि राज्य सरकार सख्त कानून लाने के लिए प्रतिबद्ध है। पेपर लीक और नकल गिरोह पर लगाम कसने के लिए कड़े प्रावधानों वाला बिल सदन में लाया जाएगा।