कातिल हसीनाः इश्क के जाल में फंसाती और “काट” डालती…
करौली पुलिस ने दबोची सरगना सहित दो महिलाएं, मांग रही थी 10 लाख, शौक ऐसे कि पूछो मत
- एसीबी की स्टाइल में करौली पुलिस ने दबोचा हनीट्रैप गिरोह, दो महिलाओं सहित चार गिरफ्तार
- परिवादी को पैसे लेकर कातिल हसीनाओं के पास भेजा और फिर पूरे गिरोह को धर दबोचा
TISMedia@Jaipur. करौली पुलिस ने दो “कातिल हसीनाओं” का दबोचा है। सोशल मीडिया पर रईसजादों की तलाशती, फिर उन्हें इश्क के जाल में फंसा शुरू होता “हनीट्रैप” और आखिर में जेब की कटाई। हुश्न और इश्क के जाल में फंसे रईसजादों के पहले अश्लील वीडियो बनाए जाते और फिर उन्हें बलात्कार के आरोप में फंसाने की धमकी देकर मोटी रकम एंठी जाती। रकम भी छोटी मोटी नहीं 10 लाख से लेकर 20 लाख तक। हालांकि इस बार यह खुद गच्चा खा गईं और पुलिस के बिछाए जाल में फंस गई।
करौली के एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि 11 जुलाई को इन महिलाओं के जाल में फंसे एक पीड़ित ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक महिला उसे “हनीट्रैप” में फंसा कर बनाए गए वीडियो को वायरल करने और बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दे रही है। ऐसा न करने की एवज में महिला ने उससे 10 लाख रूपये की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को दबोचने के लिए एएसपी प्रकाश चन्द के नेतृत्व में थानाधिकारी कोतवाली रामेश्वर दयाल मीना, यातायात प्रभारी टीनू सोगवाल और जिला स्पेशल टीम के हेड कांस्टेबल रविन्द्र सिंह सहित चुनिन्दा पुलिसकर्मियों की टीम का गठन किया।
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अपने ही जाल में फंसी “कातिल हसीनाएं”
गिरोह को दबोचने के लिए गठित स्पेशल टीम ने एसीबी की स्टाइल में काम किया। टीम ने सबसे पहले 10 लाख रुपए मांगे जाने की शिकायत का सत्यापन किया। शिकायत सही मिलने के बाद पीड़ित को 10 लाख रुपए देने के लिए तैयार किया। जब वह तैयार हो गया तो उसे ब्लैकमेल कर रही महिला को फोन करवाया गया और उसकी बताई जगह पर पैसा पहुंचाने के लिए हामी भर ली। इसके बाद करौली पुलिस पहले से मौके पर पहुंच गई और “कातिल हसीना” को रंगे हाथ दबोचने के लिए चारों ओर पुलिस कर्मियों का जाल बिछा लिया, ताकि पैसे लेने आ रही महिला ही नहीं उसके साथ आ रहे गिरोह के बाकी लोग भी बच कर न भाग पाएं। तय प्लान के मुताबिक जब महिला पैसे लेने के लिए परिवादी के पास आई तो पुलिस ने उसे रंगे हाथ धर दबोचा।
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एसीबी स्टाइल में कार्यवाही और गिरफ्तारी
करौली पुलिस ने पूरी कार्यवाही एसीबी की स्टाइल में की। इतना ही नहीं परिवादी से 10 लाख रुपए लेने के बाद “कातिल हसीना” को वहां से जाने भी दिया। क्योंकि पुलिस को पता था 10 लाख रुपए की मोटी रकम वह खुद अकेले लेने नहीं आएगी। जरूर उसके साथ उसके गिरोह के लोग भी होंगे। हुआ भी वही कि जैसे ही परिवादी से “कातिल हसीना” ने पैसे लिए, वह नोटों से भरा बैग कुछ दूरी पर खड़े गिरोह के लोगों के पास लेकर पहुंच गई। बस फिर क्या था, पुलिस ने पूरे गिरोह को एक ही बार में धर दबोचा। करौली के एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि उनकी टीम ने हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश कर गिरोह के मुख्य सरगना प्रकाश पुत्र कजोडया मीना निवासी गैरई थाना सपोटरा, सहयोगी रम्मू लाल पुत्र मूलाराम मीना निवासी थाना बालघाट जिला करौली व गिरोह में शामिल दो महिलाओं को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
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दोस्त को ही बनाया शिकार
गिरोह के मुख्य सरगना प्रकाश मीना व मुख्य सहयोगी महिला ने जब करौली पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। मीना ने पुलिस को बताया कि हमें हाई प्रोफाईल जिन्दगी जीने के साथ ही महगें शौक की लत लग गई। कुछ वक्त तक तो छोटे मोटे फर्जीवाड़े कर पैसे का जुगाड़ किया, लेकिन वक्त के साथ बढ़ते शौक पूरे करने के लिए पैसों की कमी पड़ने लगी। वहीं दूसरी ओर न तो फर्जीवाड़े सफल हो पा रहे थे और ना ही कोई काम धंधा मिल पा रहा था। ऐसे में मीना और उसकी महिला दोस्त ने जल्दी और मोटा पैसा कमाने के लिए अपने अय्याश किस्म के पैसे वाले दोस्तों को हुश्न के जाल में फंसाने की योजना बनाई। सबसे पहले सोशल मीडिया के जरिए लोगों को फंसाया और जब पैसों की हवस और ज्यादा बढ़ गई तो प्रकाश ने अपने दोस्त की ही जेब काटने की योजना बना डाली। उसने पहले अपने ही एक रईस दोस्त से महिला मित्र को मिलवाया और फिर दोस्ती करवा कर हनीट्रैप कर डाला। दोनों के अंतरंग संबंधों का वीडियो बनाकर उसने वीडियों वायरल करने तथा बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर 10 लाख रूपये की मांग की। लेकिन, दोस्त ने पैसे देने के बजाय उसकी पुलिस में शिकायत कर दी और पुलिस ने पूरे गिरोह को धर दबोचा।