“कुत्तों के रोने से डर गए” मध्य प्रदेश के गृह मंत्री, सेना को हेलीकॉप्टर से करना पड़ा रेस्क्यू

बाढ़ प्रभावित दतिया में नाव लेकर पहुंचे थे नरोत्तम मिश्रा, नाव पलटती देख मचा पुलिस-प्रशासन में हड़कंप

TISMedia@Bhopal दस्यु सम्राटों के लिए कुख्यात मध्य प्रदेश जैसे भारी भरकम सूबे के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा कुत्तों के रोने से डर गए। यह हम नहीं कह रहे खुद नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से सामने अपना खौफ बयां किया। गृह मंत्री का डरना लाजमी भी था, क्योंकि मीडिया के लाव-लश्कर के साथ जिस बाढ़ प्रभावित इलाके में वह लोगों का रेस्क्यू करने पहुंचे थे, वहां से सेना को खुद उनका रेस्क्यू करना पड़ा। जिसके बाद से मिश्रा सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं।

दरअसल हुआ यह कि मध्य प्रदेश के दतिया में बाढ़ ने कोहराम मचा रखा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ से लेकर सेना तक बचाव एवं राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। हालात इतने ज्यादा खराब होने के बावजूद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा मीडिया का लवाजमा लेकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने जा पहुंचे। वह यहीं नहीं रुके। मिश्रा बाढ़ में फंसे एक परिवार को रेस्क्यू करने के लिए जा रही नाव पर सवार हो गए, लेकिन नाव खुद भंवर में फंस गई।

बुलानी पड़ी सेना 
दतिया जिले के कोटरा गांव में बुधवार को बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र भी रेस्क्यू दल के साथ गांव तक जा पहुंचे, लेकिन जब लौटने की बारी आई तो नांव पानी में फंस गई और पलटने लगी। हालात बिगड़ते देख मिश्र को आनन-फानन में एक घर की छत पर पहुंचाया गया। गृहमंत्री के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसने की खबर मिलते ही राजधानी भोपाल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सेना का हेलीकॉप्टर भेजा गया। जिससे गृह मंत्री को रेस्क्यू कर निकाला गया।

खुद ही खोली व्यवस्थाओं की पोल 
गृहमंत्री के रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल होने लगी। जिन पर लोग जमकर सवाल खड़े कर रहे हैं। बवाल मचने के बाद मिश्र ने सफाई दी कि कोटरा गांव के नौ लोग तीन दिनों से बाढ़ प्रभावित इलाके में फंसे हुए थे। उन तक मदद की बात तो दूर राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही थी। इसकी जानकारी मिली तो वह खुद ही मौके पर जाकर रेस्क्यू दल के साथ उन्हें बचाने निकल पड़े। हालांकि, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री के इस बयान पर भी बवाल शुरू हो गया। कांग्रेस ने तो सवाल ही खड़ा कर दिया कि गृह मंत्री जब रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चला पा रहे तो प्रदेश क्या चलाएंगे?

प्रचार की भूख का नतीजा
कांग्रेस के मीडिया कोर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने नरोत्तम मिश्रा के रेस्क्यू ऑपरेशन पर स्क्रिप्टेड होने का आरोप लगाया। उन्होंनेकहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को इस तरह से रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच में बाधा नहीं डालनी चाहिए। वीडियो देखकर लगता है कि सब कुछ पहले से प्लान था, लेकिन आखिरी समय में नाव धोखा दे गई और गृह मंत्री ने अपने साथ-साथ बचाव दल और 9 ग्रामीणों की जान भी खतरे में डाल दी। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए ट्वीट कर कहा कि जब गृहमंत्री को मदद करनी चाहिये थी तब वह युवा दिखने के स्टंट में सेना का समय, जनता का पैसा और बचाव दल की ऊर्जा बर्बाद कर रहे थे। यह सब प्रचार की भूख है।

बाढ़ में फंसे तो डर से कांपने लगे गृह मंत्री 
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया को बताया कि लोक तीन दिन से फंसे थे इसीलिए खुद नाव में सवार होकर उनके बीच जाना पड़ा।  उन्होंने बताया कि सभी लोगों को वह वहां से निकालना चाहते थे कि अचानक तेज धार के साथ नाव का बैलेंस बिगड़ने लगा। वह बहुत डरे हुए थे लेकिन तभी हेलिकॉप्टर ने वहां आकर उन्हें एयरलिफ्ट कर लिया।  बाढ़ प्रभावित इलाके का नजारा बहुत ही भयावह था। जानवर भी बाढ़ की वजह से बेहाल थे। गांव के सारे कुत्ते छतों पर चढ़कर एक साथ रो रहे थे। इसकी वजह से वह और भी डर गए।

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