कोरोना का कहर: श्मशान में कम पड़ गई लकड़ियां, अंतिम संस्कार के लिए करना पड़ रहा कई दिन का इंतजार
रायपुर. छत्तीसगढ़ में बेकाबू हो रही कोरोना वायरस की दूसरी लहर के मामलें बेहद चिंताजनक है। प्रदेश में महामारी के चलते रायपुर, दुर्ग समेत कुछ अन्य जिलों में हालात ऐसे हो चुके है कि संक्रमण के बाद मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों में जगह और लकड़िया तक कम पड़ रही है। पिछले मंगलवार रायपुर में श्मशान घाटों के लिए धमतरी से लकड़ियों की खेप मंगानी पड़ी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बिगड़ते हालातों पर काबू पाने के लिए सरकार ने 28 में से 20 जिलों में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। इस की शुरूआत 6 अप्रैल को दुर्ग जिले से कर दी गई थी। अब दुर्ग, रायपुर, राजनादगांव, बिलासपुर समेत 20 जिलों में टोटल लॉकडाउन लागु कर दिया है। साथ ही आप को बता दें कि हर जिले की समय सीमा अलग-अलग तय की गई है। रायगढ़ में 14 से 22 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन लगाया गया है।
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रिकॉर्ड तोड़ रहे मामलें
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर छत्तीसगढ़ में हर रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। बीते मंगलवार को रिकॉर्ड 15 हजार 121 नए मरीज सामने आए जो साल 2021 के सब से अधिक है। पहली बार राजधानी रायपुर में 4 हजार संक्रमितों का आकंड़ा पार हुआ। पीछले 24 घंटो में सबसे अधिक और रिकॉर्ड 4169 नए मरीज रायपुर में दर्ज किए गए। जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन लगाने के बाद भी दुर्ग जिले में कोरोना के मामलों में कमी नहीं आ रही है। मंगलवार को दुर्ग में 1 हजार 755 मरीज सामने आए है।
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कुल आंकड़े
मंगलवार को जारी आकंडों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 109 लोगों की मौत हुई और पूर्व में हुए 47 मौत की पुष्टि भी की गई, जिसे मिलाकर कुल 156 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 1 लाख 9 हजार 139 हो चुकी है। अब तक कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 4 लाख 71 हजार 994 तक पहुंच गई है। वहीं आप को बता दे कि प्रदेश में अब तक 3 लाख 57 हजार 668 लोग कोरोना से लड़कर कोरोनामुक्त हो चुके है। सबसे ज्यादा डराने वाले आंकड़े मौत के हैं। मौत के आंकडों में रोज बढ़ोत्तरी के कारण प्रदेश अब तक कोरोना से 5 हजार 187 लोगों की मौत हो चुकी है।