अब अध्यात्म हुआ डिजिटलाइज, गीता परिवार के साथ ऑनलाइन कीजिए गीता पाठ, हवन और पूजन

TISMedia@नागौर. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के इस दौर में सभी खुद को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे है। लोगों ने खुद को घरों में बंद कर लिया है और मंदिरों में सन्नाटा पसरा हुआ है। लॉकडाउन के चलते शादी समारोह से लेकर सामूहिक रूप से आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रम भी पूरी तरह से बंद है। कहा जाता है कि कलयुग में सिर्फ भजन से ही भगवान को प्राप्त किया जा सकता है। ऐसे में ऑनलाइन माध्यमों के इस्तेमाल से गीता परिवार लोगों को भागवत गीता पाठ और आध्यत्म शिक्षा में मदद कर रहा है।

सभी प्रकार के धार्मिक कथा वाचन भी कोविड गाइडलाइन के तहत बंद है। इस बीच गीता परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक गोविन्द देव गिरी महाराज इस आपदा काल में ऑनलाइन माध्यम से हर दिन जूम ऐप व वॉट्सऐप ग्रुप पर भागवत गीता से जुड़े पाठ भेजते है। गीता परिवार से जुड़े शिक्षक भी कई देशों में हजारों लोगों को ऑनलाइन गीता ज्ञान दे रहे है।

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500 से ज्यादा शिक्षक करा रहे ऑनलाइन पाठ
जानकारी के मुताबिक गीता परिवार से जुड़े 1500 से ज्यादा शिक्षक कोरोना महामारी के इस काल में लोगों को धर्म अध्ययन कराने और विश्व शान्ति के उद्देश्य से 15 दोशों में तकरीबन 30 हजार लोगों को ऑनलाइन श्रीमद भागवत गीता पाठ करा रहे है। सुबह 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक रोजाना अलग-अलग बेच में लोगों को गीता पाठ कराया जाता है। हर बेच में 40 मिनट की क्लास दी जाती है। साथ ही आपको बता दें कि हर सप्ताह डॉक्टर संजय मालपानी, डॉक्टर आशू गोयल और वन्दना वर्णेकर गीता के नए अध्याय का पाठ करते है। जिसे कथा प्रवचन सुनने वालों की सुविधा के लिए यू-ट्यूब ओर फेसबुक पर भी अपलोड कर दिया जाता है।य़

मन की संतुष्टि और इश्वर की अराधना
बोरावड़, मकराना आदि गांव के निवासियों ने बताया कि इस मुश्किल समय में धार्मिक कथा सामूहिक रूप से नहीं की जा सकती है। लेकिन ईश्वर की भक्ति भी जरूरी है। ऐसे में वे रोजाना गीता परिवार की ओर से चल रहे कथा कार्यक्रम को सपरिवार दोपहर के समय ऑनलाइन जुड़कर श्रीमद भागवत गीता का पाठ सुनते है। इससे मन को संतुष्टि मिलने के साथ ही लॉकडाउन के इस खाली समय में ईश्वर की आराधना भी हो रही है।

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ई-संस्कार वाटिका कार्यक्रम
ऑनलाइन भागवत गीता की नवीन कक्षा के 10वें बैच का 24 मई 2021 को शाम 7 बजे आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर ने शुभारम्भ किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन भागवत गीता पाठ के इस बेच में 100 से भी ज्यादा नागौर जिले के सदस्य ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर आनंद ले रहे है। साथ ही जानकारी के मुताबिक गीता परिवार ने ऑनलाइन माध्यम से ही ई-संस्कार वाटिका कार्यक्रम भी चलाया है। इसमें 5 से 15 साल तक के बच्चों को अध्यात्म की शिक्षा एवं गीता पाठ का अध्ययन कराया जा रहा है। इस कार्यक्रम को 16 मई से शुरू किया गया था और यह 31 मई तक चलेगा।

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