अब गांव धांणी तक पहुंचेगी टेलीमेडिसिन, बिरला के अभियान से जुड़ेंगे वरिष्ठ चिकित्सक
गांव स्तर पर तैयार होगी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम, हर एक घर का बनेगा रिपोर्ट कार्ड
- लचर स्वास्थ्य सेवाओं को संबल देने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने छेड़ा अनूठा अभियान
- कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में शुरू किया बिरला ने शुरू किया “मेरा गांव-स्वस्थ गांव” अभियान
कोटा. कोरोना महामारी तथा अन्य महामारियों एवं बीमारियों से ग्रामीण क्षेत्रों को सुरक्षित बनाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रेरणा से कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में मेरा गांव स्वस्थ गांव अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। यह स्वस्थ कार्यकर्ता टेलीमेडिसिन के जरिए वरिष्ठ डाक्टरों से भी जुड़े रहेंगे। इसके लिए कार्ययोजना बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।
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कौशल विकास विभाग देगा प्रशिक्षण
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी चिकित्सा संबंधी जानकारियों का अभाव होने से ग्रामीण बीमारी के दौरान सावधानी तथा आवश्यक प्रोटोकाल की पालना नहीं कर पाते। इस कारण ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ता है और बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि इस स्थिति को देखते हुए संसदीय क्षेत्र में ‘‘मेरा गांव-स्वस्थ गांव– अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक गांव में पांच-पांच स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की जाएगी। इस टीम के सदस्यों को स्किल डवपलपमेंट विभाग से प्रशिक्षण दिलवाकर चिकित्सा के क्षेत्र में स्किल्ड बनाया जाएगा। इस टीम को एक मेडिकल किट भी दी जाएगी। इस किट में सामान्य जांचों के सभी संसाधन उपलब्ध रहेंगे तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता यह सामान्य जांचें गांवों में ही कर सकेंगे।
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चिकित्सकों से जुड़ेंगे स्वास्थ्य कार्यकर्ता
प्रत्येक गांव के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टेलीमेडिसिन पद्धति के माध्यम से वरिष्ठ चिकित्सकों से भी जोड़ा जाएगा। स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने गांव के जनसामान्य को सामान्य बीमारी के लिए परामर्श दिलवाने के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों से संवाद कर सकेंगे। स्वास्थ्य कार्यकर्ता बीमारियों और महामारी को लेकर ग्रामीणों के बीचजनजागरण भी करेंगे तथा बचाव के तरीके अपनाने में सहायता भी करेंगे। इससे स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने गांवों को स्वस्थ व सुरक्षित रख पाएंगे। बिरला ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता गांव की सुरक्षा तथा ग्रामीण के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखेंगे। स्थानीय होने के कारण वे ग्रामीणों को जल्द सहायता उपलब्ध करवा पाएंगे। गांवों में सामान्य जांचों की सुविधा मिलने के कारण विशेषज्ञ चिकित्सकों को परामर्श देने में सहूलियत मिलेगी। बिरला ने कहा कि हमारा प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाए जाए ताकि ग्रामीणों को उनके घर के निकट ही उपचार की समुचित सुविधाएं और मदद मिल सके।