8 अप्रैल: जंग-ए-आजादी की पहली कुर्बानी का दिन
कोटा. 8 अप्रैल… दिन जब कुर्बान हुए आजादी की पहली चिंगारी लगाने वाले मंगल पांडे… दिन जब अंग्रेजों के बहरे कानों को सुनाने के लिए भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने फेंके सेंट्रल असेंबली में बम… आज ही के दिन वंदे मातरम के रचयित बंकिम चन्द्र चटर्जी का हुआ था निधन… और आज ही के दिन किया गया था लियाकत-नेहरू समझौता…
आज के दिन की आजादी में अहम भूमिका
ब्रिटिश सरकार के खिलाफ बगावत की चिंगारी भड़काने वाले बैरकपुर रेजीमेंट के सिपाही मंगल पांडे को 1857 में आज ही के दिन फांसी दी गई। मंगल पांडे को अंग्रेज अफसरों पर गोली चलाने, हमला करने और हत्या करने का दोषी ठहराया गया था। अंग्रेजों के बहरे कानों को सुनाने के लिए आज के दिन ही भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त नें दिल्ली की सेंट्रल असेंबली में बम फेंका था। यह बम फेंकने का मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था। बम फेंकते वक्त इस बात का भी पूरा ध्यान रखा गया था कि बम के धमाके से किसी को चोट ना आए। सेंट्रल असेंबली में बम फेंकने के साथ ही दोनों क्रांतिकारी ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा लगाने लगे। सदन में नारे लगाने के साथ ही कुछ पर्चे फेंके जिन में लिखा था, ‘’बहरे कानों को सुनाने के लिए धमाकों की जरूरत पड़ती है।‘’
READ MORE: Edtech इंडस्ट्री की सबसे बड़ी DEAL, एक अरब डॉलर में खरीदा आकाश इंस्टीट्यूट!
भारत के इतिहास में आज का दिन
1831 – प्रसिद्व समाज सुधारक राजा राम मोहन राय इंग्लैंड पहुंचे।
1857 – ब्रिटिश सरकार के खिलाफ बगावत की चिंगारी भड़काने वाले बैरकपुर रेजीमेंट के सिपाही मंगल पांडेय को फांसी दे दी गई।
1894 – प्रसिद्व बंगला कवि और वंदे मातरम के रचयिता बंकिम चन्द्र चटर्जी का कलकत्ता ‘अब कोलकाता’ में निधन।
1929 – भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली के सेंट्रल असेंबली हॉल में बम फेंके।
1950 – भारत और पाकिस्तान के बीच लियाकत-नेहरू समझौता। यह समझौता दोनों देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुरक्षित रखने और भविष्य में दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावनाओं को ख़त्म करने के मकसद से किया गया था।
1965 – भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा युद्ध शुरू। इसे कश्मीर के दूसरे युद्ध के नाम से भी जाना जाता है।
2015 – भारतीय पत्रकार तथा मशहूर लेखक जयकांतन का निधन।
विश्व इतिहास में आज का दिन
1801 – रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट में हुई हिंसा में 128 यहूदियों की मौत।
1912 – नील नदी में जहाजों के आपसी भिड़त के बाद इसमें सवार 200 से अधिक लोगों की डूबकर मौत।
1947 – अमेरिकी उद्योगपति हेनरी फोर्ड का 83 वर्ष की उम्र में निधन।
1961 – ब्रिटिश जहाज दारा का फारस की खाड़ी में गिरने से 236 लोगों की मौत।
1973 – स्पेन के चित्रकार पाब्लो पिकासो का निधन। इन्हें 20वीं शताब्दी का संभवत: सबसे प्रभावी चित्रकार माना जाता है।
2013 – सूडान के दारफुर में जनजातीय हिंसा में 163 लोगों की मौत और 50 हजार लोग विस्थापित।
2013 – ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गेरेट थैचर का लंदन में निधन । वह ग्रेट ब्रिटेन ही नहीं किसी भी यूरोपीय देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और 20वीं शताब्दी में ब्रिटेन की एकमात्र प्रधानमंत्री थीं, जिन्होंने तीन बार लगातार यह पद संभाला।