History of The Day: आजादी के 72 दिन बाद भारत का हिस्सा बना कश्मीर
पाकिस्तानी कबाइलियों ने हमला किया तो राजा हरि सिंह ने की संधि
TISMedia@Kota 1947 में भारत का बंटवारा हुआ और पाकिस्तान बना। तब से लेकर अब तक दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर विवाद चलते रहते हैं, जिनमें सबसे पेचीदा और उलझा हुआ मुद्दा है जम्मू-कश्मीर का। जब बंटवारा हुआ तब कश्मीर के राजा थे हरीसिंह। उन्होंने अपनी रियासत को भारत-पाकिस्तान दोनों में न मिलाकर स्वतंत्र रखने का फैसला लिया। कश्मीर में दोनों ही धर्मों हिंदू-मुस्लिमों की मिश्रित आबादी थी, लेकिन वहां का राजा हिन्दू था। राजा हरीसिंह का मानना था कि कश्मीर यदि पाकिस्तान में मिलता है तो जम्मू की हिन्दू जनता के साथ अन्याय होगा और अगर भारत में मिलता है तो मुस्लिम जनता के साथ अन्याय होगा।
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कश्मीर पर पाकिस्तान की शुरू से ही नजर थी। 22 अक्टूबर 1947 को कबाइलियों की शक्ल में पाकिस्तानियों ने कश्मीर पर हमला कर दिया। ये कबाइली बारामूला तक आ पहुंचे। ऐसी स्थिति में हरीसिंह पर दबाव बढ़ने लगा कि वे कश्मीर के विलय पर कोई फैसला लें। हरीसिंह 25 अक्टूबर 1947 को श्रीनगर से जम्मू आ गए। 26 अक्टूबर 1947 को हरीसिंह ने जम्मू-कश्मीर के विलय के कागजात पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कबाइलियों से निपटने के लिए भारत सरकार से सैनिक सहायता भी मांगी।
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26 अक्टूबर को कश्मीर का भारत में विलय हुआ और 27 अक्टूबर को कबाइलियों से निपटने के लिए भारतीय सेना कश्मीर की ओर बढ़ी। उसे हवाई जहाज से श्रीनगर की हवाई पट्टी पर उतारा गया। भारतीय सेना ने नवंबर तक बारामूला और उरी पर कब्जा कर लिया। 1947 में जिस विलय संधि के आधार पर जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा बना, वह महज दो पेज का है, लेकिन आजादी के बाद से इन दो पेजों का मतलब दुनिया अपनी ही मर्जी से लगाती है। जबकि हकीकत यह है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा।
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1984: पहली बार छोटे बच्चे को जानवर के अंग लगाए गए
14 अक्टूबर 1984 को जन्मे बेबी फेई को दिल की दुर्लभ बीमारी थी। तब उसे लंगूर का दिल लगाया गया था। यह सर्जरी कैलिफोर्निया में लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में डॉ. लियोनार्ड एल बैली ने की थी। 12 दिन की फेई का हार्ट ट्रांसप्लांट बच्चों में किया गया पहला ट्रांसप्लांट था। हालांकि, ये ट्रांसप्लांट सफल नहीं हो सका। 12 दिन की फेई का हार्ट ट्रांसप्लांट बच्चों में किया गया पहला ट्रांसप्लांट था। हालांकि, ये ट्रांसप्लांट सफल नहीं हो सका। यह बात अलग है कि बेबी फेई के शरीर ने लंगूर का दिल स्वीकार नहीं किया था और 21 दिन बाद ही फेई की मौत हो गई थी। इसके बाद भी यह पहला केस था, जिसमें जानवर के अंग का इस्तेमाल मनुष्यों में किया गया था।
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26 अक्टूबर की अन्य ऐतिहासिक घटनाएं
2015ः उत्तर पूर्वी अफगानिस्तान के हिंदूकुश पर्वत शृंखला में 7.5 तीव्रता वाले भूकंप से 398 लोगों की मौत, 2536 घायल।
2007ः अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का महत्वपूर्ण यान डिस्कवरी अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर सफलतापूर्वक उतरा।
2006ः इजरायल में एक मंत्री ने भारत से बराक सौदे पर जांच की मांग की।
2005ः वर्ष 2006 को भारत-चीन मैत्री वर्ष के रूप में मनाने का फैसला।
2001ः जापान ने भारत और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ लगे प्रतिबंधों को हटाने की घोषणा की।
1976ः त्रिनिडाड एंड टोबैगो गणराज्य को ब्रिटेन से आजादी मिली।
1975ः मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात अमेरिका की आधिकारिक यात्रा करने वाले देश के पहले राष्ट्रपति बने।
1969ः चांद पर कदम रखने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और एडविन एल्ड्रिन मुंबई आए।
1951ः विंस्टन चर्चिल दोबारा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने।
1943ः कलकत्ता (तत्कालीन कोलकाता) में हैजे की महामारी से अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में 2155 लोगों की मौत।
1934ः महात्मा गांधी के संरक्षण में अखिल भारतीय ग्रामीण उद्योग संघ की स्थापना।
1905ः नॉर्वे ने स्वीडन से स्वतंत्रता प्राप्त की।
1858ः एच.ई. स्मिथ ने वॉशिंग मशीन का पेटेंट कराया।