छबडा थर्मल: ऐश हैंडलिंग प्लांट का हूपर गिरा, राख के ढ़ेर में दबे मजदूर, 17 घंटे बाद भी रेस्क्यू जारी
थर्मल पॉवर प्लांट की चौथी यूनिट के फ्लाईएश प्लांट में हुआ बड़ा हादसा, एक मजदूर की मौत की आशंका
- गर्म राख के ढ़ेर में दबे चार मजदूरों में से तीन को निकाला बाहर
TISMedia@Baran राजस्थान के थर्मल पॉवर प्लांट अब ज्यादा से ज्यादा बिजली बनाने के दवाब में हांफने लगे हैं। बारां स्थित छबड़ा थर्मल पॉवर प्लांट में बुधवार रात बड़ा हादसा हो गया। 250 मेगावाट क्षमता की चौथी यूनिट के ऐश हैंडलिंग प्लांट ( ईएसपी) का स्ट्रक्चर (हूपर) भरभरा कर गिर गया। वहां काम कर रहे चार मजदूर हूपर में भरी गर्म राख के ढे़र में दब गए। जिनमें से तीन मजदूरों को निकाल लिया गया, लेकिन एक मजदूर को बचाने के लिए 18 घंटे बाद भी प्लांट में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
छबड़ा थर्मल पॉवर प्लांट के मुख्य अभियंता अजय सक्सेना बताया कि रात करीब 1 बजे ईएसपी का स्ट्रक्चर अचानक गिर गया। जिसके चलते वहां काम कर रहे 4 मजदूर दब गए। इनमें से वीरेंद्र धाकड़, दिनेश धाकड़ व प्रीतम मालव को बाहर निकाला गया। इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है। जबकि चौथा मजदूर दिनेश मेहता अब भी राख के ढ़ेर में दबा हुआ है। उसे निकालने के लिए 17 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
Read More: जानलेवा पार्टीः दोस्तों के साथ पार्टी करने गया युवक 20 फीट गहरी खदान में डूबा, डूबने से हुई मौत
उत्पादन का दवाब बना हादसे की वजह
बताया जा रहा है कि राजस्थान में बिजली की कमी के चलते छबड़ा थर्मल पॉवर प्लांट पर किसी भी यूनिट को बंद किए बिना ज्यादा से ज्यादा बिजली बनाने का दवाब था। जिसके चलते नियमित होने वाली मेंटिनेंस भी टालनी पड़ी थी। ईएसपी प्लांट की सफाई नहीं हुई थी। अधिक भराव की वजह से ईएसपी प्लांट बैठ गया और हादसा हो गया। बता दें कि ऐश हैंडलिंग प्लांट (ईएसपी) लगभग 1 हजार मीटर एरिया में बना हुआ है। इस स्ट्रक्चर में करीब 14 हूपर है। इनमें से गर्म राख निकलती है। यहां से राख को पानी के पम्प के प्रेशर से पाइप लाइन के जरिए बाहर निकाला जाता है।