पुलिस हिरासत से भागे 5 खूंखार कैदी, सभी अपराधी कोरोना पॉजिटिव
चित्तौडगढ़़. पुलिस की हिरासत से कैदियों के फरार होने का मामला थम नहीं रहा। दो माह में यह दूसरी घटना है। इससे पहले जोधपुर जिले की फलौदी जेल से करीब एक दर्जन कैदी फरार हो गए थे। इसके बाद 3 मई यानी सोमवार को चित्तौडगढ़़ हॉस्पिटल के कोविड सेंटर से 5 विचाराधीन कैदी फरार हो गए। आलम यह था, सुबह के 4 बजे रहे थे और पुलिस गार्ड गहरी नींद में थे। इसी का फायदा उठा खुंखार कैदी भागने में सफल हो गए। जब नींद खुली तो पुलिस के होश उड़ गए। अस्पताल के कोविड सेंटर पर तैनात गार्ड ने जब अपने अधिकारियों को सूचना दी तो जयपुर से चित्तौड़ तक पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। एएसपी हिम्मत सिंह देवल, डिप्टी मनीष शर्मा और थाना अधिकारी दर्शन सिंह तुरंत मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी जुटाई।
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9 कैदी थे क्वारंटाइन
चित्तौडगढ़़ अस्पताल में कैदियों के लिए अलग से क्वारंटाइन सेंटर बनाया हुआ है। सेंटर में 9 कैदी थे और उनकी निगरानी के लिए 6 पुलिस जवान तैनात थे। इसके बावजूद 5 कैदी भागने में सफल हो गए। भागने वाले कैदियों में कुलदीप, पिंटू, मुकेश उर्फ पप्पू, संजय, पप्पू अलग-अलग थानों में पकड़े गए थे। इनको गिरफ्तार करने के बाद इनका सैंपल लिया गया था, जो पॉजिटिव आया था। इसके बाद इनको यहां क्वारंटाइन किया गया था।
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छत का दरवाजा तोड़ भागे कैदी
क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती कैदियों के फरार होने की सूचना भी पुलिसकर्मियों को साथ रहने वाले कैदियों ने ही दी। जब गार्ड ने अंदर जाकर देखा तो 5 कैदी मौके पर नहीं थे। जांच करने पर पता चला कि कैदियों ने छत का दरवाजा तोड़ मोर्चरी की छत पर कूद भाग निकले। बताया जा रहा है कि मोर्चरी की छत की ऊंचाई भी बहुत कम है, इसलिए कैदियों को भागने में आसानी हुई।
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शहर में नाकाबंदी
घटना के बाद पुलिस ने पूरे शहर में नाकाबंदी करवा दी। फरार कैदियों के घरों से लेकर संभावित ठिकानों तक दशिब दी जा रही है। वहीं, फिलहाल अभी तक कैदियों का पता नहीं चला है। गौरतलब है कि वर्ष 2020 में भी दो बंदी क्वारंटाइन सेंटर की खिड़की तोड़कर फरार हो गए थे।