गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला का निधन, एक इशारे पर थम जाता था पूरा राजस्थान
- अंग्रेजी से प्रोफेसर रहे बैंसला पिता से प्रेरित होकर फौज में बने थे सिपाही, कर्नल तक की रैंक हासिल की
- पाकिस्तान से जंग में लहराया था तिरंगा, युद्ध बंदी भी रहे थे बैंसला, राजनीति में सक्रियता के बाद ज्वाइन की थी भाजपा cialis cijena
TISMedia@Jaipur राजस्थान के दिग्गज गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला का बुधवार रात (30 मार्च) को निधन हो गया। बैंसला काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका लंबे समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था। राजस्थान में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रमुख बैंसला का इतना ज्यादा दबदबा था कि उनके एक इशारे पर पूरा राज्य थम जाता था। उनके नेतृत्व में राजस्थान में गुर्जरों ने तीन बड़े आंदोलन किए थे।
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बैंसला का जन्म राजस्थान के करौली जिले के मुंडिया गांव में हुआ था। वह गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखते थे और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर शिक्षक की थी। बैंसला ने भरतपुर और जयपुर से पढ़ाई की। इसके बाद वह दो साल तक अंग्रेजी के प्रोफेसर रहे।उनके पिता फौज में थे, जिसके चलते वह भी सेना में भर्ती हो गए और राजपूताना राइफल्स के सिपाही बन गए। उन्होंने 1962 के दौरान भारत-चीन और 1965 के वक्त भारत-पाकिस्तान युद्ध में बहादुरी दिखाई। बैंसला को उनके वरिष्ठ ‘जिब्राल्टर का चट्टान’ और उनके जूनियर साथी ‘इंडियन रैंबो’ कहकर बुलाते थे। सिपाही से सेना में अपना सफर शुरू करने वाले बैंसला कर्नल रैंक तक पहुंचे थे। बैंसला ने 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में भी हिस्सा लिया और युद्धबंदी भी रहे। 1991 में भारतीय सेना से रिटायर होने के बाद वह स्थानीय राजनीति में सक्रिय हो गए।
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दो बार आए कोरोना की चपेट में
किरोड़ी सिंह बैंसला राजस्थान में गुर्जर आंदोलन के काफी बड़ा चेहरा थे। हालांकि, बाद में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। 2007 के दौरान राजस्थान में गुर्जरों को आरक्षण दिलाने के लिए उनके नेतृत्व में बड़ा आंदोलन किया गया। इसके अलावा बैंसला गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रमुख भी थे। बुधवार रात उन्होंने मणिपाल अस्पताल में आखिरी सांस ली। बता दें कि वह दो बार कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके थे। इसके अलावा पिछले साल नवंबर के दौरान भी सांस लेने में दिक्कत हुई थी, जिसके चलते उन्हें जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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‘हमारे गुर्जर गांधी चले गए’
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बैंसला के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने बैंसला को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “सामाजिक आंदोलन के प्रखर नेतृत्वकर्ता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूँ। सामाजिक अधिकारों के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। परिजनों व प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।” पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी बैंसला के निधन पर शोक जताया है। वहीं केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने गुर्जर नेता के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘हमारे गुर्जर गांधी चले गए, इससे बड़ा दुख गुर्जर समाज के लिए हो नहीं सकता।’