RSLDC का मैनेजर 5 लाख की घूस लेते दबोचा, IAS नीरज पवन और प्रदीप गवंडे का मोबाइल जब्त
ACB की बड़ी कार्रवाई: राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के 9 कमरे किए सील
TISMedia@Jaipur भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने शनिवार को राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (RSLDC) के मैनेजर राहुल कुमार गर्ग को 5 लाख रुपए की घूस लेते हुए रंहे हाथ धर दबोचा। ट्रेप के बाद एसीबी ने आरएसएलडीसी मुख्यालय के नौ कमरे सील कर दिए हैं। इतना ही नहीं एसीबी ने आरएसएलडीसी के चेयरमैन और आईएएस नीरज कुमार पवन और आईएएस प्रदीप गवंडे का मोबाइल भी जब्त कर लिया है। एसीबी ने घूसखोर मैनेजर राहुल सहित आरएसएलडीसी के कोर्डिनेटर सहित दो लोगों को हिरासत में भी लिया है।
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फर्जी केंद्र बनाकर हो रहा अरबों का फर्जीवाड़ा
बेरोजगार युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें आजीविका दिलाने का काम करने वाले राजस्थान के संस्थान राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम में लंबे समय से घूसखोरी की शिकायतें मिल रही थी। एसीबी के पास सूचना थी कि कौशल विकास केंद्रों के नाम पर पूरे सूबे में बड़ी संख्या में फर्जी सेंटर चलाए जा रहे हैं। ज्यादातर सेंटर डिग्री कॉलेजों के मालिक चला रहे हैं और वह यहां पढ़ने वाले बच्चों का इन केंद्रों पर पंजीकरण कराकर आरएसएलडीसी के अधिकारियों की मिलीभगत कर करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। इतना ही नहीं रोजगार दिलाने के लिए तमाम फर्जी संस्थानों का भी निगम में रजिस्ट्रेशन करवाए जाने की शिकायतें थी।
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केंद्र बनाने के लिए ली जाती है घूस
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के झालाना स्थित मुख्यालय से ही आरएसएलडीसी सेंटर बनाए जाते हैं। इसके लिए निचले स्तर से लेकर आला अफसरों तक मोटी घूस ली जाती है। ऐसी ही एक शिकायत पर शनिवार शाम को एसीबी ने ट्रेप की कार्यवाही करते हुए आरएसएलडीसी के मैनेजर राहुल गर्ग को 5 लाख रुपए की घूस लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। एसीबी को मिली सूचना के मुताबिक यह पैसा आला अफसरों के नाम पर लिया जाता था। इसीलिए एसीबी ने जयपुर के झालाना स्थित राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के चेयरमैन नीरज कुमार पवन और आईएएस प्रदीप गवंडे का ऑफिस भी सील कर दिया है। इसके साथ ही एसीबी ने मुख्यालय के नौ कमरे सील किए हैं। जिनमें कौशल विकास केंद्रों से जुड़े दस्तावेज रखे हुए हैं।
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ब्लैक लिस्ट फर्म से मांगी थी घूस
एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि स्पेशल यूनिट को शिकायत मिली थी कि एक फर्म ने प्रधानमंत्री कौशल विकास विकास योजना तथा दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना में कार्य किया था। स्कीम कोर्डिनेटर अशोक सांगवान व प्रबंधक राहुल कुमार गर्ग उससे डेढ़ करोड़ रुपए के बिल, ब्लैक लिस्ट से हटाने, जवाब देने के लिए एक्सटेंशन, बैंक गारंटी जब्त नहीं करने के लिए 5-6 लाख रुपए रिश्वत मांग रहे हैं। जिस पर एएसपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने ट्रैप की योजना बनाई। डीएसपी मांगीलाल व इंस्पेक्टर सुभाष मील ने 5 लाख लेते हुए अशेाक सांगवान पुत्र काशीराम जाट निवासी सरदार शहर चूरू हाल किराएदार इंद्रा गांधी नगर, जयपुर व राहुल कुमार गर्ग पुत्र रमेशचंद्र गर्ग निवासी पंचवटी कॉलोनी, गुर्जर की थड़ी, जयपुर को गिरफ्तार कर लिया। राहुल कुमार अजमेर के महिला इंजीनियरिंग कॉलेज से आरएसएलडीसी में प्रतिनियुक्ति पर प्रबंधक के पद पर लगा हुआ था।