Gujarat Assembly Election 2022: यूपी के फार्मूले से भाजपा फिर फतेह करेगी गुजरात
27 साल से सत्ता में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आप जुटी हैं सत्ता हासिल करने को
- बीजेपी ने निकाली सत्ता विरोधी लहर की काट, आधे से ज्यादा चेहरे को बदल सकती है पार्टी
- युवाओं को मिलेगी तवज्जो, 75 से ज्यादा उम्र के नेताओं को नहीं मिलेगी विधानसभा का टिकट
TISMedia@Ahmedabad एक बार फिर गुजरात फतेह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) यूपी का फार्मूला अपना सकती है। बीजेपी पिछले 27 साल से लगातार गुजरात की सत्ता पर काबिज है। ऐसे में सत्ता विरोधी माहौल का होना स्वाभाविक है। इसकी काट निकालने के लिए पार्टी आधे से ज्यादा चेहरों को बदल सकती है।
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गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता विरोधी माहौल की काट के लिए आधे से ज्यादा चेहरों को बदल सकती है। इसके पहले बीते साल पार्टी ने पूरी सरकार को ही बदल दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का गृह राज्य होने की वजह से गुजरात भाजपा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लगातार गुजरात के दौरे पर चुनावी तैयारियों को मजबूत कर रहा है।
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पूरी सरकार ही बदल दी थी
गुजरात में भाजपा बीते 27 साल से लगातार सत्ता में है। ऐसे में सत्ता विरोधी माहौल का होना स्वाभाविक भी है। बीते साल जब कोरोना महामारी को लेकर तमाम शिकायतें सामने आई थी, तो पार्टी ने बिना देर किए मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत अपनी पूरी सरकार को ही बदल दिया था। ताकि जनता में सरकार के प्रति नाराजगी को खत्म किया जा सके। अब जबकि पार्टी को विधानसभा चुनाव में जाना है तब पार्टी हर क्षेत्र का व्यापक फीडबैक हासिल कर रही है।
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नए चेहरों के साथ उतरेंगे चुनाव में
भाजपा राज्य में आधे नए चेहरे उतार सकती है। पार्टी युवा चेहरों को मौका देगी पर अनुभवी को भी चुनाव मैदान में उतारेगी। सूत्रों के अनुसार, 75 वर्ष से ज्यादा उम्र का कोई प्रत्याशी नहीं होगा। पर अपवाद स्वरूप एक-दो स्थानों पर ऐसे प्रत्याशी हो सकते हैं। बीते चुनाव में भाजपा को 182 सदस्यीय विधानसभा में 99 सीटें मिली थी और बाद में दूसरे दलों के कुछ विधायक भी पार्टी में शामिल हुए। पार्टी की कोशिश नए चेहरों के साथ जनता में जाने की है ताकि जीत का प्रतिशत बढ़ सके।
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पीएम मोदी खुद ले रहे फीडबैक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और वह एक-एक क्षेत्र से पूरी तरह वाकिफ हैं। ऐसे में वह खुद भी हर क्षेत्र का फीडबैक जुटा रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी लगातार गुजरात के दौरे, संगठन और चुनावी रणनीति को मजबूती देने में जुटे हुए हैं। हालांकि विपक्ष में कांग्रेस कमजोर है और आम आदमी पार्टी अभी दस्तक दे रही है। लेकिन भाजपा चुनावी चुनौती को किसी भी रूप से कमजोर नहीं मानती है।
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पार्टी की रणनीति मोदी के इर्द-गिर्द ही रहेगी
चुनाव में पार्टी की रणनीति प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे के इर्द-गिर्द ही रहेगी। नड्डा ने भी अपने हाल के दौरे में कार्यकर्ताओं के बीच साफ किया कि हमें अपने लक्ष्य से नहीं डिगना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो काम कर रहे हैं उसको लगातार आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री मोदी दिन-रात एक करते हुए गुजरात समेत पूरे भारत का दुनिया में मान बढ़ा रहे हैं। उनके बताए रास्ते पर अपने-अपने क्षेत्र, प्रदेश और राष्ट्र के विकास में अपनी आहुति देनी है और आम लोगों के लिए काम करना है।