Raju Srivastava Profile: कानपुर का सत्यप्रकाश कैसे बना राजू श्रीवास्तव, पिता थे मशहूर कवि
कनपुरिया स्टाइल ने बनाया कॉमेडी किंग, बचपन से ही था मिमिक्री और कॉमेडी करने का शौक

TISMedia@Kanpur कॉमेडी की दुनिया के बेताज बादशाह राजू श्रीवास्तव दुनिया को अलविदा कह गए। राजू श्रीवास्तव स्टैंड अप कॉमेडी के जरिए लोगों को हंसाते रहे हैं। कुछ समय पहले जिम में वर्कआउट के दौरान अचानक बेहोश होने पर उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। बताया गया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।
यह भी पढ़ें: राजू श्रीवास्तव का निधन, 42 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे सबके चहेते ‘गजोधर भैया’
राजू श्रीवास्तव आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा था जब उन्हें तमाम मुश्किलें उठानी पड़ी थीं। अपने हुनर से लोगों को हंसा हंसा कर लोटपोट कर देने वाले राजू श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले थे। राजू का जन्म 25 दिसंबर 1963 को मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था।
यह भी पढ़ेंः Delhi Road Accident: ट्रक ने फुटपाथ पर सो रहे 6 लोगों को रौंदा, 4 की मौत
मशहूर कवि थे राजू श्रीवास्तव के पिता
बचपन में उन्हें सत्य प्रकाश श्रीवास्तव नाम दिया गया था। राजू के पिता मशहूर कवि थे। जिन्हें बलाई काका के नाम से जाना जाता है। राजू को बचपन से ही मिमिक्री और कॉमेडी करने का बहुत शौक था। इसी में अपना करियर बनाना चाहते थे और अपने सपनों को साकार करने में सफल भी हुए। राजू श्रीवास्तव की निजी जिंदगी की बात करें तो उन्होंने साल 1993 में शिखा श्रीवास्तव से शादी की थी। इन दोनों के 2 बच्चे हैं। राजू श्रीवास्तव राजनीति में भी सक्रिय रहे। समाजवादी पार्टी ने उन्हें कानपुर लोकसभा से टिकट दिया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया। इसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़ गए थे।
यह भी पढ़ेंः Congress President: राहुल गांधी, अशोक गहलोत या शशि थरुर… किसके हाथ में होगी कांग्रेस की पतवार?
अमिताभ और लालू की मिमिक्री ने दिलाई शोहरत
शोले के बाद अमिताभ बच्चन की मिमिक्री ने उनको और मशहूर कर दिया। उनका गजोधर का किरदार बहुत लोकप्रिय हुआ। 2013 में कॉमेडी नाइट्स विद कपिल में भी शामिल हुए। उनको बचपन में बर्थडे पार्टी में कविता पढ़ने का बड़ा शौक था। राजू श्रीवास्तव के लालू अंदाज वाले किरदार ने न केवल बिहार के लोगों का दिल में घर बनाया, बल्कि लालू यादव के देश के कोने-कोने से लेकर विदेशों में भी मशहूर कर दिया।
यह भी पढ़ेंः टूटी सड़काें पर दौड़ी सियासत, कोटा थर्मल की राख तक पहुंची जुबानी जंग
मुंबई आकर चलाना पड़ा ऑटो
राजू अपने हुनर को बड़ा फलक दिलाना चाहते थे। इसलिए वह मुंबई आ गए, लेकिन यहां आने के बाद उन्हें काफी समय तक अच्छा ऑफर नहीं मिला। इसलिए कुछ स्टेज शो के अलावा गुजारा चलाने के लिए ऑटो भी चलाया। मुंबई आने के बाद राजू छोटे-मोटे रोल कर रहे थे। इसी दौरान ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ शुरू हुआ, जिसमें राजू श्रीवास्तव भी शामिल हुए। इस शो में उनकी कॉमेडी को बहुत पसंद किया गया। यही शो आगे चलकर उनके करियर का टर्निंग पॉइंट भी साबित हुआ। इस शो में ‘गजोधर’ के किरदार से वे घर-घर तक पहुंच गए थे।