Kota: काग्रेंसी पार्षद और पुलिस से परेशान नयापुरा थाने में आत्मदाह करने वाले युवक की मौत

  • 15 सितंबर को करीब रात 8 बजे थाने में पेट्रोल छिड़क कर लगाई थी आग 
  • दिल्ली में इलाज के दौरान दम तोड़ा, 5 दिन तक जिंदगी के लिए करता रहा संघर्ष  

TISMedia@Kota कांग्रेसी पार्षद के उत्पीड़न और पुलिस की अनदेखी से परेशान होकर नयापुरा थाने में आत्मदाह करने वाले राधेश्याम मीणा की आखिरकार मौत हो गई। पांच दिन तक जिंदगी के लिए जूझने के बाद मंगलवार सुबह राधेश्याम ने दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

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राधेश्याम के परिवाद पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। जिससे परेशान होकर उसने गुरुवार 15 सितंबर को करीब रात 8 बजे नयापुरा थाने में जाकर खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया और आग लगा ली। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आग बुझाई और उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया। हालात गंभीर होने के बाद उसे उसी रात जयपुर रैफर कर दिया गया। दो दिन जयपुर में इलाज के बाद 17 सितंबर को उसे दिल्ली रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

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बेटी की स्कॉलरशिप को लेकर हुआ था झगड़ा 
राधेश्याम की बेटी 9 वीं कक्षा में पढ़ती है। उसने स्कॉलरशिप का फॉर्म भरा था, लेकिन उसके पास आठवीं की मार्कशीट नहीं थी। उसने स्कूल जाकर इसकी शिकायत की और रोल नंबर मांगकर ऑनलाइन निकलवाने को कहा। जिस पर स्कूल शिक्षिका से उसकी बहस हो गई। मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब राधेश्याम ने वार्ड के वॉट्सऐप ग्रुप पर स्थानीय पार्षद हरिओम सुमन के बारे में कमेंट पोस्ट कर दिया। दोनों के बीच झगड़ा हुआ और मामला थाने तक पहुंचा। वहीं पुलिस ने राधेश्याम की शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं की तो उसने आक्रोशित होकर थाने में ही आत्मदाह कर लिया।

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अब फिर से चालान पेश करेगी पुलिस 
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मील ने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में मौजूद कोटा पुलिस वहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाएगी। उसके बाद उसे कोटा लाने की प्रक्रिया की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन, उसके साथी हितेश शर्मा व अमित खिल्लीवाल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने तीनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए। सोमवार को तीनों को कोर्ट से जमानत मिल गई। पुलिस अब राधेश्याम द्वारा दी गई रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करेगी। इस मामले में गम्भीरता दिखाते हुए सिटी एसपी केसर सिंह शेखावत ने नयापुरा थाना CI भूपेंद्र को लाइन हाजिर किया था। जबकि जांच अधिकारी बच्चन सिंह व ASI सतीश कुमार को सस्पेंड किया था।

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