मजबूर नहीं मजबूत होंगे मजदूरों के हाथ, सरकार मुफ्त में निखारेगी हुनर
TISMedia@जयपुर. राजस्थान के श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने गुरूवार को विधानसभा में बताया कि प्रवासी राजस्थानी श्रमिक कल्याण कोष के तहत प्रदेश के श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।
प्रश्नकाल में विधायक रामलाल शर्मा के पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए जूली ने बताया कि प्रवासी राजस्थानी श्रमिक कल्याण कोष की फाइल दिसंबर 2020 में ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अनुमोदित कर दी थी। इस योजना के तहत 15 हजार श्रमिक और 15 हजार स्थापित श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रवासी राजस्थानी श्रमिक कल्याण कोष के लिए बजट का आवंटन प्रक्रियाधीन है। इसके लिए गहलोत ने 10 करोड़ रुपये का बजट आरक्षित करने की घोषणा की थी।
READ MORE: राजस्थान में महिलाएं ही नहीं मासूम बच्चियां भी महफूज नहीं, इस्तीफा दें गहलोत
सवाल का जवाब देते हुए श्रम राज्य मंत्री ने विधानसभा में बताया कि राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा बजट घोषणा 2020-21 के क्रम में राजस्थानी श्रमिक कल्याण कोष के गठन की घोषणा की गई है। उन्होंने बताया कि बजट घोषणा के तुरंत बाद कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन लगा दिया। जिसके चलते राज्य के अप्रवासी श्रमिक दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में अपने घरों को लौट गए। इन हालातों को देखते हुए श्रम विभाग ने मुख्यमंत्री का अनुमोदन लेकर अप्रवासी श्रमिकों से कोई शुल्क लिए बिना उनका हुनर निखारने के लिए कौशल प्रशिक्षण का इंतजाम किया। हालांकि, अभी श्रम राज्य मंत्री ने बताया कि श्रमिक कल्याण कोष के तहत वित्त विभाग से बजट प्रावधान एवं राशि का आवंटन प्रक्रियाधीन है। जिसे जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।