विधानसभा में भाजपा विधायकों का हंगामा, बोले- पुलिस लापरवाही का नतीजा था कोटा गैंगरेप
TISMedia@Jaipur. कोटा जिले में नाबालिग के साथ हुई दरिंदगी के मामले पर शुक्रवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हो गया। कोटा-बूंदी के भाजपा विधायक वेल में आ गए और गैंगरेप को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। बाद में सभापति व उपनेता प्रतिपक्ष की समझाइश के बाद सभी विधायक अपनी सीटों पर जाकर बैठ गए।
रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने कोटा जिले में नाबालिग के साथ हुए जघन्य अपराध को देश का सबसे बड़ा गैंग रेप बताया। उन्होंने कहा कि 15 वर्षीय किशोरी के साथ 40 लोगों ने 9 दिन तक हैवानियत की। मामले में पुलिस ने गंभीर लापरवाही बरती। पीडि़ता की मां और भाई अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाने थाने गए तो उन्हें भगा दिया। अखबारों में खबरें छपने के बाद पुलिस दबाव में आई, तब जाकर मामला दर्ज किया। आज यानी शुक्रवार तक घटना को 23 दिन बीत चुके हैं और पुलिस अब तक 24 आरोपियों को ही गिरफ्तार कर पाई है। शेष आरोपी अभी भी फरार है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में हजारों महिलाएं रेप व छेड़छाड़ से पीडि़त हैं, जिनकी पुलिस सुनवाई तक नहीं करती। यदि, जांच करवाई जाए तो सामने आ जाएगा कि संबंधित थानों में इनके मामले दर्ज नहीं हुए।
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विधायकों ने किया हंगामा
दिलावर के मामला रखने के बाद भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास बोलने लगीं तो विधायक संदीप शर्मा हाथों में पर्चे लिए वेल में आ गए। उन्होंने कहा कि एक नाबालिग बच्ची के साथ देहशोषण किया गया। उसे 9 दिन बंधक बनाकर रखा गया। इसी दौरान प्रताप सिंह सिंघवी और केपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने भी आवाज उठाई। सभी विधायकों ने वेल में आकर हंगामा करने लगे। इस पर सभापति ने कहा, ध्यानाकर्षण हो चुका है, इसलिए सभी अपनी सीटों पर जाकर बैठें। सभापति और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के कहने पर सभी अपनी सीटों पर चले गए।
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सदन को टोलरेट नहीं होने दूंगा: स्पीकर
गैंगरेप प्रकरण को लेकर दिलावर द्वारा जाति विशेष का नाम लिए जाने पर स्पीकर सीपी जोशी भड़क उठे। उन्होंने दिलावर को टोकते हुए कहा, जाति विशेष का नाम लेना गलत है, मैंने आपके सीनियर के कहने पर आपको बोलने की इजाजत दी है, जिसका गलत फायदा न उठाएं। मैं सदन को टोलरेट नहीं होने दूंगा, आप बैठ जाइए। पीडि़ता को संरक्षण दिलवाने की बात सरकार तक पहुंच गई है।