Hijab Controversy: हिजाब विवाद की राजस्थान में एंट्री, बुरका पहनकर कॉलेज आई छात्राओं को रोकने पर मचा बवाल
TISMedia@Jaipur हिजाब विवाद में राजस्थान में भी एंट्री हो गई है। जयपुर ग्रामीण के चाकसू तहसील के कस्तूरी देवी कॉलेज में बुरका पहनकर पहुंची कुछ छात्राओं को ड्रेस में आने के लिए टोकने पर विवाद खड़ा हो गया। छात्राएं बुरका पहनकर ही क्लास लेने की जिद पर अड़ गईं तो कॉलेज प्रशासन ने उन्हें अंदर दाखिल होने से रोक दिया। विरोध पर उतरीं छात्राओं ने अपने परिजनों को भी कॉलेज बुला लिया। जिसके बाद दोनों और से जमकर बवाल मचा। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझा- बुझाकर मामले को शांत कराया गया।
चाकसू पुलिस थाना उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि हालात नियंत्रण में है। लोगों को समझा-बुझाने से मामला शांत हो गया है। दूसरी तरफ काॅलेज प्रबंधन का कहना कि विद्यार्थियों को कॉलेज में यूनिफॉर्म ही पहनकर आने की इजाजत है। जबकि छात्राओं ने दोहराया कि वह बुरका पहनकर ही कॉलेज आएंगी। यदि किसी ने रोका तो वह इसी तरह विरोध करेंगी।
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जमकर की नारेबाजी
घटना चाकसू के कस्तूरी देवी कॉलेज की है। जहां शुक्रवार सुबह कुछ छात्राएं बुरका पहनकर पहुंची थी। इस पर कॉलेज प्रशासन ने उन्हें यूनीफॉर्म पहनकर आने को कहा तो विवाद खड़ा हो गया। कॉलेज प्रशासन द्वारा यूनिफॉर्म के लिए टोकने पर बुरका पहनकर आई छात्राएं नाराज हो गई। छात्राओं ने अपने परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा खड़ा कर दिया। कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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लगातार यूनिफाॅर्म के लिए कह रहे थे : कॉलेज प्रबंधन
कॉलेज के सहायक निदेशक सुमित शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से छात्राएं लगातार बुर्का पहनकर कॉलेज आ रही थीं। लगातार कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्राओं को यूनिफॉर्म में आने के लिए बोला जा रहा था। छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन की बात को दरकिनार करते हुए बुर्का-हिजाब पहनकर कॉलेज आना जारी रखा, जिसके बाद आज मजबूरन हमें सख्ती दिखाते हुए छात्राओं को रोकना पड़ा। इसके बाद छात्राएं कुछ असामाजिक तत्वों के साथ कॉलेज पहुंच गईं और जमकर नारेबाजी करने लगीं।
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कर्नाटक से हुई थी शुरुआत
कर्नाटक के उडुपी जिले में छात्राओं के हिजाब पहनकर काॅलेज जाने पर विवाद हो गया था। काॅलेज प्रबंधन ने कहा कि हिजाब काॅलेज की ड्रेस नहीं है। विवाद की शुरुआत यहीं से शुरू हो गई। कर्नाटक हिजाब मामले में देश की सर्वोच्च अदालत ने फिर से सुनवाई करने से इंकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि इसे बड़े स्तर पर न फैलाएं। हम जानते हैं कि क्या हो रहा है। इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश नहीं की जाए। अगर कुछ भी गलत है तो इसकी रक्षा करेंगे। सही वक्त का इंतजार कीजिए। मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने गुरुवार को आदेश जारी किया था कि याचिका के लंबित रहने पर कोई भी स्कूल-काॅलेजों में धार्मिक ड्रेस ना पहने।