राहत की खबर : राजस्थान का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा, अब 100 मीट्रिक टन ऑक्सीजन और मिलेगी
रंग लाए लोकसभा अध्यक्ष के प्रयास, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से मिलेगी प्राणवायु

जयपुर. कोरोना कहर के बीच शनिवार का दिन राजस्थान के लिए राहत लेकर आया है। केंद्र सरकार ने राजस्थान का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है। अब प्रदेश को ऑक्सीजन की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। आगामी 4 दिनों में राज्य को 100 मीट्रिक टन अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलेगी। ये ऑक्सीजन पश्चिम बंगाल में बने सेल के प्लांट और ओडिशा में बने टाटा के प्लांट से आएगी। बीते दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी से मदद मांगी थी। इसके साथ ही तीन मंत्रियों के समूह को भी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्रियों से मदद मांगने के लिए दिल्ली भेजा था। जिसके नतीजे शनिवार को सामने आने लगे।
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प्रतिदिन 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत
राजस्थान के मौजूदा हालातों को देखते हुए राज्य में प्रतिदिन करीब 300 मीट्रिक टन की जरूरत हैं लेकिन सभी जगहों से प्रतिदिन अधिकतम 280 मीट्रिक टन ही उपलब्ध हो पा रही है। ये ऑक्सीजन भिवाड़ी से 100, जाम नगर से 40, पानीपत से 15 (मीट्रिक टन) के अलावा राजस्थान में अलग-अलग शहरों में लगे प्लांट से 125 मीट्रिक टन मिल रही है। अब ओडिशा के प्लांट से 60 और पश्चिम बंगाल के प्लांट से 40 मीट्रिक टन और ऑक्सीजन मिलने लगेगी।
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रंग लाई लोकसभा अध्यक्ष बिरला की पहल
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत के चलते राजस्थान के तीन कैबिनेट मंत्री दो दिन पहले ही दिल्ली गए थे। यहां उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात कर राज्य का ऑक्सीजन कोटा बढ़ाने और रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलवाने की मांग की थी। बिरला ने ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने और जरूरी दवाओं का जल्द से जल्द इंतजाम करने के लिए नितिन गडकरी, पियूष गोयल और केंद्रीय रसायन मंत्री तक से बात की थी। जिसके बाद बिरला के प्रयासों से केंद्र ने राजस्थान का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही दवाओं की किल्लत भी दूर होगी।