बिरला ने दिया मोदी को सुझाव, गुरू तेगबहादुर के 400वें प्रकाशोत्सव को बनाएं जन-उत्सव

पीएम मोदी की अध्यक्षता में आयोजित वर्चुअल मीटिंग में लोकसभा अध्यक्ष ने रखे कई सुझाव

कोटा.  लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि गुरू तेगबहादुर ने अपना सम्पूर्ण जीवन मानवता की सेवा और मानवाधिकारों की रक्षा को समर्पित किया। यह खुशी की बात है कि हमें उनका 400 प्रकाश पर्व मनाने का गौरव मिल रहा है। इस प्रकाशोत्सव को हमें जन-जन का उत्सव बनाते हुए गुरू तेगबहादुर की शिक्षाओं को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचाने के व्यापक प्रयास करने होंगे। वे गुरूवार को गुरू तेगबहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।

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तैयार हो कार्यक्रमों की विस्तृत श्रंखला 
बैठक में कोटा कैंप कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से जुड़ते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि गुरू तेगबहादुर का सम्पूर्ण जीवन तप, त्याग और बलिदान का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने सदैव मानवता की सेवा ओर मानवाधिकारों के सम्मान की बात कही और इन्हीं मूल्यों की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। आज उन्हीं मूल्यों को समझने और आत्मसात कर अपने जीवन का भाग बनाने की महती आवश्यकता है। इसके लिए हमें गुरू तेगबहादुर के कृतित्व को जन-जन तक विशेष तौर पर युवाओं तक पहुंचाना होगा। बिरला ने कहा कि गुरू तेगबहादुर के 400वें प्रकाश पर्व को भव्यता प्रदान करने के लिए पंचायत से लेकर संसद तक देश की सभी लोकतांत्रिक संस्थाएं इस आयोजन में भागीदार बनें। सभी जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में आमजन को जोड़ते हुए कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रंखला तैयार करें।

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पूर्व प्रधानमंत्री, गृह मंत्री भी रहे मौजूद 
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर महानगरों तक सभी स्कूल और महाविद्यालयों में उनके जीवन और उनकी शिक्षाओं की जानकारी देने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। गुरू तेगबहादुर के जीवन से जुड़ी एक डिजिटल प्रदर्शनी तैयार की जाए जो ट्रेन के माध्यम से देश के विभिन्न शहरों में जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी का एक वर्जन ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध करवाया जाए। बिरला ने कहा कि आने वाले एक वर्ष तक जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, वे आने वाली कई पीढ़ियों को वंचित और अभावग्रस्त वर्ग की सेवा तथा मानवाधिकारों की रक्षा और देश के कल्याण के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने की प्रेरणा दें। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों तथा सिख समाज के प्रबुद्धजनों ने भी सुझाव दिए।

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