Kota : कर्फ्यू में धरना : पानी की बूंद-बूंद को तरसी 65 हजार की आबादी
आंवली-रोजड़ी में पार्षदों ने दिया धरना, पर्याप्त टैंकरों से जलापूर्ति की मांग
– 65 हजार की आबादी में 6 टैंकरों से हो रही जलापूर्ति
कोटा. लोग कोरोना की चपेट में न आए इसलिए सरकार ने जन अनुशासन पखवाड़ा के रूप में कर्फ्यू लगा दिया, ताकि सड़कों पर आवाजाही न हो और संक्रमण की चैन तोड़ी जा सके लेकिन कोटा के दो इलाके ऐसे हैं, जो हाथों में बर्तन लिए दिनभर पानी के लिए भटकने को मजबूर हैं। ये इलाके दक्षिण नगर निगम के वार्ड 7 व 29 के हैं। यहां बात हो रही है आंवली-रोजड़ी और नयागांव की। क्षेत्रवासी पानी की किल्लत से इस कदर परेशान हो गए कि सोमवार को कर्फ्यू के बीच पार्षदों के नेतृत्व में धरने पर बैठ गए। पार्षदों ने सप्लाई के लिए आए पानी के टैंकरों को भी खड़ा करवा दिया और मौके पर जलदाय विभाग के अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ गए।
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आंवली-रोजड़ी के पार्षद धनराज गुर्जर ने कहा कि उनके वार्ड की आबादी करीब 35 हजार है। यहां जलापूर्ति के लिए प्रतिदिन 10 टैंकरों की आवश्यकता है। जबकि, 3 टैंकरों से ही जलापूर्ति की जा रही है, जो नाकाफी है। हालात यह है कि 80 प्रतिशत लोगों को पानी नहीं मिल पाता। ऐसे में लोग दिनभर तेज धूप और कोरोना कहर के बीच पानी की तलाश में इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। नलकूपों पर पानी के लिए भीड़ लगी रहती है। ऐसे में यहां न तो कफ्र्यू की पालना हो पाती है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग की। गर्मी बढऩे के बाद से ही पिछले 1 माह से वार्डवासी परेशान हैं।
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नयागांव के पार्षद सोनू भील ने कहा कि वार्ड में पानी के लिए मारामारी मची रहती है। जलदाय विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया लेकिन समाधान नहीं हुआ। अधिकारियों की अनदेखी के कारण हमें लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ती है। लोग दिन-रात हमारे घर आकर पानी की मांग करते हैं, पर्याप्त पानी उपलब्ध करवाना सरकार की जिम्मेदारी है। ऐसे में टैंकरों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए ताकि लोगों को पर्याप्त पानी मिल सके और कोरोना गाइड लाइन की पालना हो सके। पार्षदों के पानी के टैंकरों की संख्या नहीं बढऩे तक धरना जारी रखने की चेतावनी के बाद जेईएन ने फोन पर पार्षदों को मंगलवार से टैंकरों की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया। इसके बाद धरना समाप्त किया गया।