लॉकडाउन का एक साल: कोटा ने पकड़ी पहले जैसी रफ्तार, 50 हजार स्टूडेंट्स लौटे
लॉकडाउन और विपरीत परिस्थितियों के बाद भी श्रेष्ठ परिणामों की श्रृंखला बरकरार
- स्वस्थ, स्वच्छ और सुरक्षित माहौल पर पूरे देश ने जदाया पहले जैसा भरोसा
- स्टूडेंट्स के साथ पेरेन्ट्स के भरोसे पर भी खरा उतरा कॅरियर सिटी कोटा
कोटा. कॅरियर सिटी से केयर सिटी के रूप में पहचना बना चुका कोटा फिर से अपनी रंगत में है। शहर की गलियां और सड़कें स्टूडेंट्स से गुलजार हो गई हैं। ठीक एक साल पहले जिस वैश्विक संकट के चलते डर फैला और 22 मार्च के बाद लॉकडाउन की घोषणा हुई, इसके बाद कॅरियर सिटी कोटा पूरे देश में नई पहचान के साथ जाना जाने लगा। कोविड लॉकडाउन के दौरान स्वस्थ व स्वच्छ माहौल देने के साथ 50 हजार से अधिक स्टूडेंट्स को सकुशल अपने माता-पिता के पास घर भेजा गया। लॉकडाउन में देश में कोटा से कोचिंग स्टूडेंट्स की यह सबसे बड़ी घर वापसी रही।
कोटा पहुंचे करीब 55 हजार विद्यार्थी
इसके बाद सालभर लॉकडाउन, ऑनलाइन एजुकेशन, कर्फ्यू सहित कई विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कोटा ने इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के क्षेत्र में न केवल अपनी साख कायम रखी, बल्कि श्रेष्ठ परिणाम भी जारी रखे। यही कारण है कि जनवरी में जैसे ही ऑफलाइन कोचिंग शुरू हुई, स्टूडेंट्स का कोटा आना भी शुरू हो गया। जनवरी के बाद जहां पिछले वर्षों में स्टूडेंट्स घर लौटते थे, इस वर्ष उसके उलट स्टूडेंट्स वापस कोटा आ रहे हैं। सालभर पहले घर लौटे 50 हजार से अधिक स्टूडेंट्स लॉकडाउन हटने के साथ ही कोटा लौट आए और यहीं रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। वर्तमान में कोटा में करीब 55 हजार स्टूडेंट्स हैं।
श्रेष्ठ परिणाम बरकरार
हाल ही में जारी हुए जेईई-मेन फरवरी के परिणामों में कोटा कोचिंग के दो स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेन्टाइल में 300 में से 300 अंक प्राप्त किए। वहीं आल इंडिया में टॉप 6 में कोटा कोचिंग के 4 स्टूडेंट्स रहे। नीट के परिणामों में एलन के छात्र शोएब आफताब ने इतिहास रचते हुए 720 में से 720 नम्बर प्राप्त किए। किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में भी कोटा में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने टॉप किया। ओलम्पियाड के क्वालीफाइंग राउण्ड में भी कोटा से सबसे अधिक संख्या में स्टूडेंट्स क्वालीफाई हुए।
आने की उत्सुकता बरकरार
कोविड के चलते स्टूडेंट्स द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के परीक्षा केन्द्र अपने गृह जिलों में ही भरे गए। यही कारण रहा कि ज्यादातर स्टूडेंट्स परीक्षा देने के लिए अभी घरों पर है। स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षाओं के लिए भी घर रुककर तैयारी कर रहे हैं। इसके बावजूद स्टूडेंट्स व परिजन लगातार फोन करके कोटा में कोचिंग के बैच की जानकारी ले रहे हैं और यहां आने के लिए उत्साहित हैं। रोजाना हजारों फोन और वेबसाइट के माध्यम से इनक्वायरी आ रही है।
बोर्ड परीक्षाओं के बाद बढ़ेगी संख्या
एक्सपर्ट्स की मानें तो बोर्ड परीक्षाएं खत्म होने के साथ ही नए बैच की घोषणा कोटा के कोचिंग संस्थानों द्वारा की जाएगी। इसके बाद कोटा में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स आने के लिए तैयारी में है। माना जा रहा है कि इस सत्र में कोटा बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स आएंगे। स्टूडेंट्स के साथ उनके अभिभावक भी आ रहे हैं और अपने बच्चों के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और स्वस्थ माहौल पर विश्वास जता रहे हैं।
कौन-कौन से इलाकों में लौटे स्टूडेंट्स
शहर के इन्द्रविहार, जवाहर नगर, तलवंडी, महावीर नगर, इलेक्ट्रोनिक कॉम्पलेक्स, विज्ञान नगर, दादाबाड़ी, कुन्हाड़ी लैंडमार्क सिटी, सिद्धि-सिद्धि नगर, कमलाउद्यान, कृष्णा विहार, अम्बिका नगर, बारां रोड स्थित कोरल पार्क, नयानोहरा क्षेत्रों में कोचिंग क्लासेज व हॉस्टल्स शुरू हो गए हैं और यहां हॉस्टल्स में स्टूडेंट्स नजर आने लगे हैं।
डाउट सेशन्स में पा रहे समाधान
स्टूडेंट्स को कम समय में ज्यादा बेहतर तैयारी करवाने के लिए डाउट साल्विंग सेशन्स भी लगातार हो रहे हैं। यहां स्टूडेंट्स एक्सपर्ट फैकल्टीज के साथ व्यक्तिगत रूप से न केवल अपने डाउट हल कर रहे हैं, वरन परीक्षा में तैयारी के लिए गाइडेंस भी ले रहे हैं। स्टूडेंट रोजाना ऑनलाइन अपना डाउट सेशन्स का समय तय कर सकते हैं, फैकल्टीज के साथ समय निर्धारित कर सकते हैं, जिससे वे डाउट क्लीयर कर सकें।
पेरेन्ट्स भी आ रहे साथ
कोविड के चलते कोटा लौट रहे स्टूडेंट्स के साथ पेरेन्ट्स भी आ रहे हैं। पेरेन्ट्स यहां आकर कोविड गाइड लाइन की पालना के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं की सुनिश्चितता देख रहे हैं। कोटा आकर पेरेन्ट्स अपेक्षा से बेहतर स्थिति पा रहे हैं। यही कारण है कि वे अन्य स्टूडेंट्स को भी यहां आने के लिए कह रहे हैं। कई पेरेन्ट्स कोटा में रहकर ही बच्चों की परीक्षा की तैयारी करवा रहे हैं, ताकि उनकी सेहत ही नहीं वरन उनके खान-पान की व्यवस्था भी अनुकूल रह सके।
कोटा ने की हर सुविधा
कोटा में स्टूडेंट्स को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दृष्टि से हर प्रयास किया गया है। यहां एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट द्वारा 31 बेड का आरोग्यम अस्पताल शुरू किया गया है जो कि पूरी तरह से स्टूडेंट्स को ही समर्पित होगा और सुबह 10 से शाम 7 बजे तक यहां निशुल्क परामर्श दिया जा रहा है। यही नहीं यहां के अस्पतालों व डिस्पेंसरीज में भी स्टूडेंट्स की स्वास्थ्य जांच के लिए सरकारी क्षेत्र के चिकित्सक व स्टाफ तत्पर हैं। कोचिंग संस्थानों में भी रोजाना थर्मल चैकिंग और सेनेटाइजेशन किया जा रहा है। यदि कोई स्टूडेंट बीमार होता है तो उसे हॉस्टल में ही क्वारेंटाइन करने की व्यवस्था तक की हुई है। इसके अलावा स्टूडेंट्स को दिए जाने वाले भोजन में भी पोषण का ध्यान रखा जा रहा है।
क्रेश कोर्स मजबूत कर रहे तैयारी
कोविड के चलते परीक्षा की व्यवस्थाओं में लगातार बदलाव आ रहा है। ऐसे में कोटा में भी कोचिंग संस्थानों द्वारा स्टूडेंट्स की सुविधा और उनके इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के टारगेट को देखते हुए अलग-अलग समयावधि के कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इससे कम समय में स्टूडेंट अपने टारगेट के लिए तैयार हो रहे हैं। इसमें इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए क्रेश कोर्स के साथ-साथ टेस्ट सीरिज और अन्य स्पेशल कोर्सेज शामिल है।
कोटा पर कायम है भरोसा
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन महेश्वरी कहते हैं कि कोटा के सिस्टम और कोटा की पढ़ाई पर देशभर के स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स भरोसा कायम है। कोटा के बेहतर परिणाम भी आए हैं। यहां स्टूडेंट्स लगातार आ रहे हैं और अपना कॅरियर बनाने की तैयारी में जुट रहे हैं। यहां कोविड टाइम में हमने 31 बेडेड अस्पताल तैयार करवाया जो कि स्टूडेंट्स के लिए समर्पित है। एलन के लिए विद्यार्थी का स्वास्थ्य व सुरक्षा प्राथमिकता है।
स्टूडेंट्स के लिए समर्पित है कोटा
रिलायबल इंस्टीट्यूट के एचओडी आयुष गोयल ने बताया कि कोटा शहर स्टूडेंट्स के कॅरियर निर्माण के साथ-साथ केयरिंग के लिए भी पहचान बना चुका है। बेहतर केयरिंग का ही नतीजा है कि लगातार स्टूडेंट्स आ रहे हैं और बैच शुरू हो रहे हैं। कोटा स्टूडेंट्स के लिए समर्पित रहा है। क्लासेज शुरू होने के बाद अच्छे रिव्यूज भी आ रहे हैं।
हॉस्टल्स में हर मदद
कोरलपार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने बताया कि हम हर मदद देने के लिए तत्पर हैं। कोशिश कर रहे हैं कि स्टूडेंट्स को घर जैसा माहौल ही नहीं वरन विश्वास भी यहां मिले, जिससे वे यहां रूककर कॅरियर निर्माण की तैयारी कर सकें। इसके लिए हॉस्टल्स में कोविड सुरक्षा के मापदण्डों के साथ-साथ आइसोलेशन तक की व्यवस्था की गई है।
पेरेन्ट्स का भी जीत रहे भरोसा
लैंडमार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष भगवान बिड़ला ने बताया कि कोटा में इस बार स्टूडेंट्स के साथ पेरेन्ट्स भी आ रहे हैं। वे भी यहां की व्यवस्थाएं देखकर खुश हैं। उन्हें लग रहा है कि जो सुरक्षित, स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण घर में मिलता है, वही वातावरण कोटा में भी मिल रहा है। यही कारण है कि लगातार स्टूडेंट्स यहां आ रहे हैं और अपने कॅरियर बनाने में जुट रहे हैं।