बेटिकट यात्रियों की बनी “रेल” टीटीई ने काटा 2 करोड़ 72 लाख रुपए जुर्माना
सिर्फ एक महीने में कोटा रेल मंडल में पकड़े 36 हजार 9 सौ 97 बेटिकट यात्री
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TISMedia@Kota. कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने पर चलती रेल गाड़ियों में बिना टिकट यात्रियों की रोकथाम के लिए कोटा मंडल ने टिकट चेकिंग अभियान में तेजी लाई है । कोटा मंडल ने जून माह में बिना टिकट सफर करते हुए 36 हजार 9 सौ 97 मामले पकड़े और उनसे 2 करोड़ 72 लाख रुपए जुर्माना वसूला । कोटा मंडल में कुल 278 टिकट चैकिंग कर्मचारी अभियान में शामिल हुए थे, इस हिसाब से देखा जाए तो कार्यरत प्रत्येक टिकट चेकिंग कर्मचारी ने औसतन 98 हजार रुपए जुर्माना वसूला है, जो कि कोटा मंडल के इतिहास में जुर्माना वसूली का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है । टिकट चैकिंग में अभूतपूर्व कीर्तिमान हासिल करने पर मंडल कार्यालय में इसकी पूरे दिन चर्चा रही और बिना टिकट यात्रियों की रोकथाम के लिए चैकिंग कर्मचारियों के उत्तम प्रदर्शन की सराहना होती रही ।
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टूटा वसूली का रिकॉर्ड
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजय कुमार पाल ने बताया कि कोटा मंडल में नागदा कोटा, कोटा से मथुरा, रेल खंडों में सहायक वाणिज्य प्रबंधक (टिकट चैकिंग) के के कटकवार तथा मंडल मुख्य टिकट निरीक्षक अजय शर्मा के नेतृत्व में टिकट चेकिंग अभियान चलाए गए और चलती रेल गाड़ियों में तथा रेलवे स्टेशनों पर टिकट जांच कर्मचारियों की तैनाती की गई थी । उसी के परिणाम स्वरूप 36,997 बेटिकट यात्री पकड़े गए। इससे पहले कोटा मंडल में नवंबर 2018 में दिवाली के त्योहारी सीजन में 2 करोड़ 45 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया था।
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एक ही दिन में दो हजार बेटिकट यात्री पकड़े
एक ही दिन में 23 जून को टिकट चेकिंग स्टाफ ने टिकट यात्रियों की धरपकड़ करते हुए कुल 2 हजार 23 मामले पकड़े और उनसे कुल 15 लाख 44 हजार रुपए जुर्माना वसूला । कोटा मंडल के इतिहास में पहली बार एक दिन में इतने ज्यादा बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा गया था। चैकिंग स्क्वाड में कार्यरत ऋषि उपाध्याय ,आरपी यादव ओपी मिश्रा ऐसे कर्मचारी हैं जिन्होंने एक माह में व्यक्तिगत तौर पर 10 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला है । इनमें ऋषि उपाध्याय टीटीआई गंगापुर सिटी ने 2,130 मामले पकड़े और उनसे 14 लाख 47 हजार जुर्माना वसूल किया । आरपी यादव टीटीआई भरतपुर ने कुल 1,416 मामले पकड़े और उनसे 10 लाख 39 हजार 110 रूपए जुर्माना वसूला । ओपी मिश्रा टीटीआई भरतपुर ने भी 1,393 मामले पकड़े और उनसे 10 लाख 23 हजार रुपए का जुर्माना वसूला । ऋषि उपाध्याय ने अकेले 28 जून को एक दिन में 227 केस पकड़े हैं और उनसे 1 लाख 37 हजार 400 रूपए जुर्माना वसूल किया । इनके अलावा चेतराम मीणा और विवेक कश्यप सहित अन्य कर्मचारियों का योगदान भी सराहनीय रहा है।