मंडाना टोल प्लाजा पर खुली लूट, फास्टैग से टैक्स कटने के बाद भी पर्ची से हो रही अवैध वसूली

कोटा. देशभर में फास्टैग सुविधा शुरू होने के बावजूद वाहन चालकों को टोलकर्मियों की दबंगई से निजात नहीं मिल पा रही। आए दिन टोल पर वाहन चालकों के साथ बदतमिजी और अवैध वसूली के मामले बढ़ रहे हैं। नियमों का हवाला देते हुए विरोध करने पर वाहन चालक के साथ मारपीट तक कर दी जाती है। जबरन अवैध वसूली की शिकायतें लगातार टोल प्रबंधन को मिलती है, इसके बावजूद व्यवस्थाओं में सुधार होता नहीं दिख रहा। ऐसा ही एक वाक्या रविवार को मंडाना टोल नाके पर घटित हुआ।

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कोटा के महावीर नगर निवासी डॉ. विवेक एनआईटी दिल्ली में एसोसिएट प्रोफेसर व डीन रिसर्च है। वे कोटा से गोपालपुरा जाते समय उनका टोल फास्टैग से कट गया। कुछ ही देर बाद जब वापस मंडाना टोल पहुंचे तो हैंड स्केनर से स्केन करने पर टोलकर्मी ने कहा कि आपका फास्टैग ब्लैक लिस्टेड है। इस पर डॉ. विवेक ने विरोध किया और कहा कि कुछ ही देर पहले मैं इसी टोल से गुजरा हूं और मेरे फास्टैग से राशि कटी है। अब कैसे ब्लैक लिस्टेड हो गया। इसके बाद टोलकर्मी ने कहा कि नकद 50 रुपए देने के बाद ही गाड़ी को आने जाने दिया जाएगा। इस दौरान टोल प्लाजा स्टाफ के 4-5 लोगों ने कार को घेर लिया और अभद्र व्यवहार करने लगे।

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इस पर श्रीवास्तव ने पैसे देने से मना कर दिया। इस पर टोलकर्मियों ने गाड़ी साइड में लगाने को कह। इसके बाद फिर से 50 रुपए मांगने लगे तो उन्होंने कहा कि वापसी का 25 रुपए ही टोल है और मेरा फास्टैग भी एक्टिव है तो 50 रुपए किस बात के मांग रहे हो। इस पर टोलकर्मियों ने गाड़ी पास नहीं होने की धमकी दी और खड़े रहने को कहते हुए अभद्रता पर उतर आए। इस दौरान काफी बहसबाजी के दौरान टोलकर्मी 25 रुपए पर माने और पैसे लेकर उन्हें आगे बढऩे दिया। टोल पार करने के कुछ ही सैकेंड्स में श्रीवास्तव के मोबाइल पर फास्टैग से टोल कटने का भी मैसेज आ गया। इस पर उन्होंने एनएचएआई के स्थानीय अधिकारियों को दूरभाष पर शिकायत देकर टोल व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की।

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अधिकारी ने मानी गलती, कार्रवाई से झाड़ा पल्ला
एनएच मैनेजर बीजेंद्र मीणा ने बताया कि इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण कभी-कभी हैंड स्केनर फास्टैग एकाउंट को रीड नहीं कर पाता। इसी वजह से इस तरह की समस्याएं आती है। वाहन चालक की शिकायत मिली है, जिस पर कार्रवाई करते हुए टोलकर्मियों को पाबंद किया जाएगा। बरहाल, वाहन चालक के अकाउंट में 25 रुपए वापस ट्रांसफर किए जाएंगे। एनएच अधिकारी ने टोलकर्मियों द्वारा अभद्रता किए जाने की बात काटते हुए पाबंद करवाने की कहकर कार्रवाई से पल्ला झाड़ लिया।

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