राहतः कोटा की तीन सीएचसी बनेंगी मॉडल सीएचसी
यूडीएच मंत्री ने की चिकित्सीय व्यवस्थाओं की समीक्षा
– कुन्हाड़ी और विज्ञान नगर सीएचसी को बनाया जाएगा मॉडल सीएचसी
– मंडाना और कैथून सीएचसी में से किसी एक का चयन होना बाकी
कोटा. कोटा में चिकित्सीय सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने तीन सामुदायिक स्वास्थ्य भवनों (सीएचसी) में चिकित्सीय सुविधाएं बढ़ाने की अनुशंसा सरकार से की है। इन तीनों सीएचसी को क्रमोन्नत कर मॉडल सीएचसी बनाया जाएगा। जहां जिला अस्पताल सरीखी तमाम सुविधाएं लोगों को मुहैया कराई जाएंगी।
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मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि गहलोत सरकार कोटा ही नहीं प्रदेश की चिकित्सीय व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए जी जान से जुटी है। कोरोना से लड़ने के लिए युद्ध स्तर पर किया गया टीकाकरण इसका जीवंत उदाहरण है। बड़े अस्पतालों पर मरीजों के बढ़ते बोझ को कम करने के लिए अब सरकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को साधन संपन्न करने की कोशिश में जुटी है। ताकि, स्थानीय मरीजों को यहीं पर परम विशेषज्ञ चिकित्सीय सुविधाओं को छोड़कर बाकी सभी सुविधाएं यहीं पर मिल जाएं और उन्हें बड़े अस्पतालों तक के चक्कर न काटने पड़ें।
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तीन सीएचसी होंगी अपग्रेड
यूडीएच मंत्री धारीवाल ने बताया कि कोटा में तीन सीएचसी को अपग्रेड कर मॉडल सीएचसी तैयार करने का निर्णय लिया है। कोटा शहर की कुन्हाड़ी और विज्ञान नगर सीएचसी को मॉडल सीएचसी बनाया जायेगा। जबकि, ग्रामीण इलाके की कैथून या मंडाना सीएचसी में से किसी एक को अपग्रेड किया जाएगा। इसे लेकर अंतिम निर्णय जल्द ही ले लिया जाएगा।
सुविधाओं का होगा विस्तार
मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि मॉडल सीएचसी को आधुनिक मशीनों और संसाधनों से तो लैस किया ही जाएगा। इसके साथ ही मरीजों को भर्ती करने के लिए बैड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। उनकी देखभाल और इलाज के लिए स्टाफ भी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
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हालात नाजुक, न बरतें लापरवाही
धारीवाल ने कोटा वासियों से अपील की कि कोरोना की दूसरी लहर लगातार घातक होती जा रही है। इसीलिए लापरवाही न बरतें और कोविड गाइड लाइन की पूरी पालना करते हुए वीकेंड कर्फ्यू में घरों पर ही रहें। धारीवाल ने आश्वासन दिया कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन सप्लाई, बैड और दवाओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। व्यवस्थाओं की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। ताकि, किसी तरह की कोई दिक्कत न आए।