Rajasthan: जोधपुर में हिंसा, 10 थाना क्षेत्रों में लगा कर्फ्यू, इंटरनेट बंद

- झंडा लगाने को लेकर हुआ था विवाद, बीजेपी ने सांप्रदायिक तनाव के लिए मुख्यमंत्री को घेरा
- पथराव में डीएसपी और सीआई सहित कई मीडिया कर्मी भी हुए घायल at-casinos.com klik her ed-hrvatski.com
TISMedia@Jodhpur जोधपुर में जालोरी गेट पर झंडा लगाने को लेकर देर रात हुआ विवाद सुबह फिर भड़क उठा। मंगलवार सुबह दोबारा से भीड़ जुट गई। पत्थरबाजी और आगजनी शुरू हो गई। पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया है, आंसू गैस के गोले छोड़ लोगों को खदेड़ा। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए जोधपुर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, जिले में आज रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद किया गया है।
जोधपुर में हिंसा के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजधानी जयपुर में आयोजित अपने जन्मदिन के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। हालात का फीडबैक लेने के लिए उन्होंने एक हाईलेवल मीटिंग भी बुलाई है। मुख्यमंत्री ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, दो मंत्रियों और दो वरिष्ठ अधिकारियों को हेलिकॉप्टर से तुरंत जोधपुर भेजा गया है। उपद्रव को लेकर राजनीति भी प्रारंभ हो गई है। बीजेपी और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। इससे पहले आज सुबह जोधपुर के शनिचर थान इलाके में उपद्रवियों ने 20 से ज्यादा गाड़ियों के कांच तोड़ दिए और कई एटीएम में भी तोड़फोड़ की है। सूरसागर विधायक के घर के बाहर भी हंगामा हुआ है। जयपुर से एडीजी क्राइम समेत अन्य अधिकारियों को जोधपुर भेजा गया है। उधर, आज पत्थरबाजी में एक और पुलिसकर्मी घायल हो गया है। कल रात से तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो चुके हैं।
यह थी वजह
दरअसल, जालोरी गेट चौराहे पर सोमवार देर रात करीब 11.30 बजे कुछ लोग झंडे लगा रहे थे। इस दौरान वीडियो बनाते एक शख्स को कुछ युवकों ने पीट दिया। कुछ लोग बीच-बचाव करने आए तो उन्हें भी पीटा। इसके बाद दूसरे गुट ने सामने वाले गुट पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पत्थरबाजी में डीसीपी ईस्ट और उदयमंदिर एसएचओ घायल हो गए थे।
CM ने ली हाई लेवल मीटिंग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार रात को उपजे विवाद के बाद सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। मंगलवार सुबह भी पत्थरबाजी के बाद मुख्यमंत्री ने जयपुर में हाई लेवल मीटिंग की। इसमें जोधपुर के प्रभारी मंत्री डॉ सुभाष गर्ग और गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र यादव को तुरंत जोधपुर रवाना होने के लिए कहा गया। उनके साथ एसीएस होम अभय कुमार और एडीजी लॉ एंड ऑडर्र हवासिंह घुमारिया को भी भेजा गया है।
विधायक के घर के बाहर हंगामा
मंगलवार सुबह उपद्रवियों ने जालोरी गेट के नजदीक स्थित सूरसागर से भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास के घर के बाहर भी हंगामा किया। यहां दंगाइयों ने एक बाइक भी फूंक दी। विधायक के घर के बाहर माहौल बिगड़ता देख डीसीपी वेस्ट भुवन भूषण यादव यहां पहुंचे और उपद्रवियों को यहां से खदेड़ा। पूरे क्षेत्र को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है।
10 थाना क्षेत्रों में लगाया कर्फ्यू
तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने जोधपुर के उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडाफलसा, प्रताप नगर, प्रताप नगर सदर, देव नगर, सूरसागर और सरदारपुरा थाना क्षेत्र में बुधवार रात 12 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है।
राठौड़ ने सीएम को घेरा
इस मामले को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष ने राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा है कि जयपुर, टोंक, बारां, करौली व अब जोधपुर में हुई सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं गहलोत सरकार द्वारा PFI जैसे प्रतिबंधित संगठन को सीधा संरक्षण देने का नतीजा है। वहीं, सूरसागर MLA के घर के बाहर आगजनी होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने सरकार से दंगाइयों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। वहीं, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने गहलोत से इस्तीफा मांगा है।
सीएम के लिए शर्म की बात है-सूर्यकांता व्यास
सूरसागर विधायक ने जोधपुर में हुए बवाल के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जोधपुर को जोधपुर रहने दो। इसे श्मशान नहीं बनाना है। इस तरह की घटना होना सीएम के लिए शर्म की बात है। रातभर से हालात खराब है। मैं पुलिस के काम से संतुष्ट नहीं हूं। पुलिस दबाव में काम कर रही है। पुलिस निष्पक्ष काम करें। मैंने गलती की है तो मुझे भी सजा दो। कांग्रेस का एक भी जनप्रतिनिध यहां नहीं आया है। यह प्लानिंग के साथ काम किया है।
एक बार शांति हुई, फिर पलटकर लौटी भीड़ का उपद्रव
रात को दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक पत्थरबाजी और हंगामा चलता रहा। इसमें एक मीडियाकर्मी सहित कुछ लोग भी घायल हुए। जालोरी गेट चौकी पर भी पथराव। पुलिस ने 12:30-1 बजे एकबारगी तो खदेड़कर और समझाकर मामला शांत करवाया। पुलिस ने पूरे चौराहे की बैरिकेडिंग की। इस दौरान एक पक्ष जालोरी गेट के पास एकत्र था तो दूसरा पक्ष ऑक्सफोर्ड स्कूल के पास अपने क्षेत्र में चला गया। थोड़ी देर बाद दो नेता जालोरी गेट आए और पुलिस से बात की, फिर चले गए। इसके कुछ ही देर बाद 1:15-1:30 बजे ऑक्सफोर्ड स्कूल की रोड से हुजूम आया और तेजी से पथराव कर दिया। इसे देखकर जालोरी गेट की ओर से दूसरे पक्ष ने भी जवाबी पत्थर फेंके। पुलिस ने स्थिति बिगड़ती देखकर ऑक्सफोर्ड स्कूल की ओर आंसू गैस के गोले छोड़े।