पड़ोसी ने डाला दोस्त घर डाका, उड़ा ले गए लाखों रुपए और सोने-चांदी के जेवरात
कनवास. कोटा जिले के टोल्या गांव में करीब 6 माह पहले हुई नकबजनी की वारदात का खुलासा कर दिया है। वारदात को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक कोटा ग्रामीण शरद चौधरी ने बताया कि कनवास उपखण्ड के टोल्या गांव निवासी रामदयाल गुर्जर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया कि गत 7 जून को अज्ञात चोरों ने उसके घर में धावा बोल नकदी सहित सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
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जांच में सामने आया कि टोल्या गांव में रामदयाल गुर्जर के पड़ोसी युवक सोनू गुर्जर को फरियादी के यहां लाखों रुपए की नकदी होने की जानकारी थी। उसने यह बात धूलेट के दीपक मेहर को बताई। इसके बाद आरोपियों ने नारायणपुरा-झालरापाटन के कंजरों से सम्पर्क कर गत 7 जून की रात को कनवास क्षेत्र के गांव टोल्या निवासी रामदयाल गुर्जर के घर में ऐंडा डालकर नकबजनी करते हुए नकदी व सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर ले गए।
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कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ में आए आरोपी
जिले में हो रही चोरी की वारदातों का खुलासा करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन एवं वृत्ताधिकारी रामेश्वर परिहार के सुपरविजन में विशेष टीम का गठन कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। टीम ने कड़ी मशक्कत कर धूलेट व गरड़ा के बीच से नारायणपुरा झालावाड़ निवासी आरोपी लाखन सिंह, पिपलिया खुर्द गांव झालावाड़ निवासी प्रेमचंद, धूलेट निवासी दीपक, टोल्या निवासी सोनू गुर्जर को गिरफ्तार किया। आरोपी लाखन सिंह कंजर आपराधिक प्रवृति का है। इसके खिलाफ झालावाड़ जिले के भवानीमंडी थाने में कई संगीन प्रकरण दर्ज हैं। इटावा थाना क्षेत्र में नकबजनी एवं अयाना क्षेत्र में सरकारी कर्मचारी के साथ मारपीट के मामले में वांछित है।