रणनीति: कोटा में कोचिंग शुरू करवाने को जयपुर कूच करेगा आंदोलनकारियों का कारवां
कोटा. शहर में स्कूल व कोचिंग में क्लासरूम की पढ़ाई शुरू करने की मांग ( Kota Coaching ) को लेकर कोटा बचाओ संघर्ष समिति का आंदोलन सोमवार को भी जारी रहा। आंदोलन के तहत प्रस्तावित धरना कोविड-19 को देखते हुए फिलहाल स्थगित कर दिया गया लेकिन कोटा बचाओ संघर्ष समिति की बैठक आगामी रणनीति के लिए आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से हॉस्टल मालिक रविन्द्र सिंह हाड़ा (सिंटू बना) को कोटा बचाओ संघर्ष समिति का अध्यक्ष चुना गया। बैठक के दौरान आंदोलन को जारी रखने के लिए सभी सदस्यों ने अपने विचार रखे।
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रविन्द्र सिंह ने कहा कि जब तक कोटा में कोचिंग की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रखा जाएगा। इसके लिए अब आगामी कदम के रूप में कोटा बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य जयपूर कूच करेंगे। जयपुर में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा से मिला जाएगा। वहां कोटा में क्लासरूम कोचिंग शुरू करने की मांग रखी जाएगी।
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उन्होंने कहा कि कोटा पूरे देश में शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है, देशभर से स्टूडेंट्स यहां मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग करने के लिए आते हैं। ये स्टूडेंट्स अकेले नहीं आते, इनके साथ पेरेन्ट्स भी आते हैं। इससे एजुकेशन टूरिज्म चलता है। कोचिंग संस्थान के संचालन पर कोटा का अर्थचक्र निर्भर करता है। आज कोटा में छोटे व्यवसाय करने वाले चाय-पोहे के ठेले लगाने वाले, प्लम्बर, इलेक्ट्रिशियन, मैकेनिक, लाण्ड्री, साइकिल, पीजी, हॉस्टल सहित लाखों लोग निर्भर हैं। ऐसे में कोशिश की जानी चाहिए कि गाइड लाइन के तहत कोचिंग शुरू करने के निर्देश दिए जाएं। संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि सरकार जो भी गाइड लाइन बनाएंगी उसकी पूरी तरह से पालना की जाएगी।