कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज: जांच करने कोटा पहुंचे गृह सचिव, अफसरों पर गाज गिरना तय
- एमबीएस अस्पताल पहुंचकर घायल कांग्रेसियों के लिए बयान
- सीएडी सर्किल पर तैनात पुलिस कर्मियों से कर रहे पूछताछ
कोटा. नगर निगम चुनाव के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करना पुलिस अधिकारियों पर भारी पड़ सकता है। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की नाराजगी के बाद प्रदेश सरकार ने मामले की जांच गृह सचिव एनएल मीणा को सौंप दी। मीणा 12 घंटे के अंदर ही मामले की जांच करने कोटा आ गए। उन्होंने एमबीएस अस्पताल पहुंच कर घायल कांग्रेसियों के बयान दर्ज किए और मौके पर तैनात सभी पुलिस कर्मियों से एक-एक कर पूछताछ करने में जुटे हैं। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि लाठीचार्ज की गाज किसी बड़े पुलिस अधिकारी पर गिर सकती है।
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सीएडी सर्किल पर हुई था लाठीचार्ज
कोटा में मंगलवार को महापौर का चुनाव था। कोटा दक्षिण में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर थी। दोनों ही दलों के कार्यकर्ता एक-एक वोट के लिए निर्दलीयों को घेरने में जुटे थे। दोपहर में जब निर्दलीय पार्षद लेखराज योगी भाजपा कार्यकर्ताओं की बस में सवार होकर वोट डालने नगर निगम पहुंचे तो कांग्रेस कांर्यकर्ताओं ने सीएडी चौराहे पर बस को रोकने और योगी को उतारने की कोशिश की। जिसके जवाब में भाजपा कार्यकर्ता योगी को बचाने के लिए उनसे भिड़ गए। दोनों गुटों के बीच टकराव होता देख मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजना शुरू कर दिया।
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दर्जन भर से ज्यादा घायल
पुलिस लाठीचार्ज में हाड़ौती विकास मोर्चा के शहर अध्यक्ष शाहिद और कांग्रेस नेता जयंत सिंह राजावत समेत 9 से ज्यादा कांग्रेसी गंभीर रूप से घायल हो गए। शाहिद और जयंत के सिर में लाठियां लगने से दोनों लहुलुहान होकर वहीं गिर पड़े। इसके साथ ही भाजपा के भी करीब 7 कार्यकर्ता चोटिल हो गए।
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नेताओं से हुआ टकराव
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज होता देख हाड़ौती विकास मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेंद्र सांखला मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से भिड़ गए। इसी दौरान भाजपा विधायक संदीप शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों को इकट्ठा होता देख पुलिस ने दोबारा लाठीचार्ज कर दिया। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए और अमित धारीवाल के नेतृत्व में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।
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धारीवाल भड़के
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की खबर मिलते ही यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल खासे भड़क गए। उन्होंने एसपी सिटी गौरव यादव समेत पुलिस के आला अफसरों से नाराजगी व्यक्त की। शांति धारीवाल ने घटना की सूचना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दी। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने तत्काल गृह सचिव एनएल मीणा की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर दी।
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रात में ही कोटा पहुंचे मीणा
मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह सचिव मीणा मंगलवार की रात ही कोटा पहुंच गए। बुधवार को सुबह होते ही वह एमबीएस अस्पताल पहुंच गए और घायल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बयान दर्ज किए। इसके बाद मौके पर तैनात पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों से पूछताछ करने में जुट गए।
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गाज गिरना तय
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के खासे नाराज है और मौके पर तैनात पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। जिसके बाद लाठीचार्ज की गाज किसी न किसी आला पुलिस अधिकारी पर गिरना तय माना जा रहा है।