PHED के चीफ इंजीनियर को ACB ने 10 लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथों दबोचा
TISMedia@Jaipur जयपुर एसीबी (ACB Jaipur) ने जलदाय विभाग (PHED) के चीफ इंजीनियर मनीष बेनीवाल को 10 लाख रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। एसीबी ने घूस देने वाले ठेकेदार को भी गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी ने पहली बार किसी शिकायत के बगैर मोबाइल सर्विलांस के जरिए यह कार्यवाही की है।
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राजस्थान के भ्रष्ट अफसर लगातार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के निशाने पर हैं। राजस्थान एसीबी (Rajasthan ACB) अब ऐसे सरकारी कर्मचारियों एवं अधिकारियों के खिलाफ बिना कोई शिकायत या परिवाद दर्ज किए हुए भी कार्यवाही कर रही है। ऐसी ही एक कार्यवाही सोमवार को जयपुर में देखने को मिली। दरअसल एसीबी को सूचना मिली थी कि ठेकेदार द्वारा चीफ इंजीनियर को बड़ी रकम दी जाने वाली है। एसीबी ने मोबाइल सर्विलांस पर लेकर इसकी जांच की। रकम लेने के समय एसीबी के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत मौके पर पहुंच गए और दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
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मोबाइल सर्विलांस का हुआ इस्तेमाल
एसीबी की टीम ने चीफ इंजीनियर मनीष बेनीवाल और ठेकेदार कजोड़मल तिवाड़ी के मोबाइल नम्बर सर्विलांस पर ले रखे थे। अफसर इनकी बातचीत सुन रहे थे। पता चला कि शाम 6 बजे चीफ इंजीनियर के मालवीय नगर स्थित सरकारी आवास पर रकम ले जाई जा रही है। एसीबी की टीम ने आसपास जाल बिछाया। 10 लाख रुपये देकर जैसे ही कजोड़मल सरकारी बंगले से बाहर निकलने लगा। इसी दौरान एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। बाद में चीफ इंजीनियर के आवास पर दबिश दी गई। चीफ इंजीनियर मनीष बेनीवाल से पूछताछ की गई। तलाशी के दौरान एसीबी को 10 लाख रुपये मिल गए।
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चीफ इंजीनियर और ठेकेदार के ठिकानों पर ली गई तलाशी
एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि शाम करीब 6 बजे ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इसके बाद मौके पर तलाशी अभियान के साथ ही चीफ इंजीनियर और ठेकेदार दोनों के निजी आवासों की तलाशी ली गई। एसीबी द्वारा मनीष बेनीवाल के ठिकानों पर 2007 में भी तलाशी ली गई थी लेकिन, उनके घर पर कोई खास सबूत नहीं मिले थे। उसके बाद से ही वे एसीबी की राडार पर थे। सोमवार को लेन-देन की पुख्ता सूचना के बाद मोबाइल सर्विलांस पर लेकर ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया।