बदलते शैक्षणिक परिवेश में ई-लर्निंग पर देना होगा जोर: प्रो मुखोपाध्याय

  • वीएमओयू और बीएओयू के संयुक्त तत्वावधान में हुआ राष्ट्रीय वेबीनार

TISMedia@कोटा. बाबा साहब अंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय गुजरात और वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के संयुक्त तत्वावधान में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा में तकनीक का प्रयोग विषय पर एक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन गुरुवार को किया गया। वेबीनार की अध्यक्षता बीएओयू की कुलपति प्रो एमी उपाध्याय ने की। मुख्य वक्ता शिक्षण तकनीक एवं प्रबंधन संस्थान गुरुग्राम के निदेशक प्रो मरमर मुखोपाध्याय रहे। वीएमओयू की ओर से कुलपति प्रो आरएल गोदारा के प्रतिनिधि के तौर पर निदेशक सतत शिक्षा डॉ सुबोध कुमार ने वेबीनार में अपने विचार रखे।

Read More: कोरोना का कहरः लोकसभा अध्यक्ष ने घर-घर जाकर पोंछे आंसू, बेसहारा हुए लोगों का बांटा दर्द

नया दौर ऑनलाइन एजुकेशन का 
प्रो मुखोपाध्याय ने कहा कि मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा खासकर उच्च शिक्षा में इसे पुनर्परिभाषित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अब ऑनलाइन शिक्षा और ई-लर्निंग पर सभी को जारे देना ही होगा। उन्होंने कहा कि सभी मुक्त विश्वविद्यालयों को अपने तरीकों से नई रणनीति और योजनाएं बनाकर कार्य करना होगा, क्योंकि शिक्षा पाने के लिए कोई भी सीमा रेखा निर्धारित नहीं की जा सकती। प्रो मुखोपाध्याय ने कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव हो रहा है और बदले समय में सभी को शिक्षण पद्धतियों में बदलाव करना होगा। अब ऑनलाइन ही एकमात्र विकल्प है।

Read More: मस्त रहिए, गहलोत सरकार को नहीं है कोई खतरा… 

वीएमओयू ने किया बेहतर काम 
डॉ सुबोध ने कहा कि वीएमओयू ने बीते कुछ वर्षों में आईसीटी का अच्छा उपयोग किया है और ईएमपीसी के माध्यम से वीडियो व्याख्यानों को पूरी दुनिया में पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की लगभग हर गतिविधि ऑनलाइन संचालित की जा रही है और विद्यार्थियों को उसका लाभ मिल रहा है। बीएओयू की डॉ आवा शुक्ला ने अपने विश्वविद्यालय की तकनीकी प्रगति से अवगत कराया। वेबीनार को संचालन कर रहे डॉ सनी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। वेबीनार के अंत में सवाल और जवाब का दौर चला।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!