इटली की कंपनी करेगी निर्यात गुणवत्ता के दुग्ध उत्पाद तैयार करने के लिए 165 करोड़ का निवेश, मिलेगा 5000 लोगों को रोजगार

TISMedia@कोटा. देवनारायण नगर एकीकृत आवासीय योजना यूआईटी की ओर से विकसित की जा रही है। इस योजना में इटली के एक ग्रुप के एक्पोर्ट क्वालिटी के दुग्ध अत्पाद तैयार करने की प्रस्तावित परियोजना से लगभग 5000 लोगों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिल सकेगा। इस परियोजना में 165 करोड़ रुपए के निवेश करने का प्रस्ताव है। शनिवार को ग्रुप ने प्रस्तावित भूमि का अवलोकन कर अपनी डीपीआर यूआईटी को पेश की।

जानकारी के अनुसार इटली के शर्मा ग्रुप के प्रतिनिधिमंडल ने देवनारायण आवासीय योजना में एक्सपोर्ट क्वालिटी के दुग्ध अत्पादों को तैयार करने के लिए माईक्रो और लघु डेयरी क्लस्टर बनाने का प्रस्ताव पेश किया है। शनिवार को ग्रुप के प्रेसिडेंट शिव बिहारी शर्मा, डायरेक्टर गिर्राज प्रसाद शर्मा, प्रोमोटर विजय मेहता, चार्टर्ड अकाउंटेंट हार्दिक बिनायका, बद्रीप्रसाद राव और राहुल कुमार मीणा ने प्रस्तावित माइक्रो और लघु डेयरी क्लस्टर योजना के लिए प्रस्तावित भूमि का अवलोकन किया।

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234 माइक्रो और स्मॉल यूनिट होंगे तैयार
कंपनी ने 9 हेक्टयर विकसित और 5.25 हेक्टेयर अविकसित भूमि के प्रावधान का उपयोग मानते हुए माइक्रो ओर लघु डेयरी क्लस्टर योजना के लिए डीपीआर प्रस्तुत की है। जिसके मुताबिक योजना में 165 करोड़ का निवेश करने का प्रस्ताव किया गया है। योजना में 234 माइक्रो और स्मॉल यूनिट तैयार किए जाएंगे। जहां एक्सपोर्ट क्वालिटी के विभिन्न दुग्ध उत्पाद जैसे पैकेज्ड मिल्क, सोया मिल्क, फ्लेवर्ड मिल्क, पनीर, चीज, योगर्ट, दही, बटर मिल्क, मावा, खोया, मिल्क चोकलेट, टोफू पनीर, मिठाईयां, आईसक्रीम, क्रीम और शुद्ध घी तैयार होंगे।

इस योजना से लगभग 5 हजार लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। जानकारी के मुताबिक एसपीवी का गठन ‘देवनारायण स्मार्ट एन्टरप्राइजेज पार्क’ के नाम से करने का प्रस्ताव किया गया है। इसके माध्यम से परियोजना का क्रियान्वयन होगा। इस परियोजना से देवनारायण योजना के पशुपालकों से घर-घर जाकर दूध का संकलन किया जाएगा। साथ ही पशुओं का टीकाकरण और चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसमें उत्तम क्वालिटी का पशु आहार भी पशुपालकों को डोहस्टेप पर उपलब्ध करवाया जाएगा और पशुपालकों को पशुपालन से संबंधित तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

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उद्यमियों को मिलेगी यह सुविधाएं
उद्यमियों को तकनीकी ट्रेनिंग, प्रोडक्ट के क्वालिटी कंट्रोल, मार्केटिंग, प्रशिक्षण, महंगे उपकरण, पैकिंग मशीन, लैब और कॉमन फैसिलिटी प्रदान की जाएगी। इसमें यूआईटी के सलाहकार आरडी मीणा, सचिव राजेश जोशी, उपसचिव चंदन दुबे, एक्सईएन राजेंद्र कुमार राठौर, मुख्य लेखाधिकारी टीपी मीणा, उपनगर नियोजक महावीर सिंह मीणा आदि मौजूद रहे।

इसके अलावा कॉमन चिलिंग प्लांट, वेयरहाउस, कॉमन पैकिंग मशीन, मार्केटिंग, ट्रांसपोर्ट जैसी सुविधाएं भी दी जाएगी। इस परियोजना का कार्य 9 से 12 महीने में पूर्ण कर लिया जाएगा। न्यास सलाहकार आर.डी. मीणा ने माइक्रो और स्मॉल यूनिट में काम करने वाले श्रमिकों को प्रत्येक यूनिट में आवास सुविधा देने और डीपीआर में इस तरह के प्रावधान करने, जो पशुपालकों को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो और वे इस योजना के लिए आकर्षित हो आदि के सुझाव दिए।

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