Kota Coaching : जश्न में डूबी शिक्षा नगरी, ढोल नगाड़ों के बीच आतिशबाजी से गूंजा आसमान
TISMedia@Kota. राजस्थान सरकार के 18 जनवरी से प्रदेश में स्कूल, कोचिंग, कॉलेज व विश्वविद्यालय खोले जाने के आदेश के बाद शिक्षा नगरी में जश्न का माहौल है। कोटा में कोचिंग संस्थानों के बाहर हॉस्टल संचालकों, शिक्षकों व विद्यार्थी ढोल नगाड़ों की थाप पर जमकर थिरके। आतिशबाजी कर कोचिंग खुलने की खुशियां मनाई। छात्र-छात्राओं, हॉस्टल एसोसिएशन व कोचिंग संस्थानों में काम करने वाले लोगों ने सरकार के निर्णय पर खुशी जताई और जमकर जश्न मनाया। बता दें, कोरोना के चलते बीते 10 महीनों से कोचिंग संस्थान बंद थे।
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कोटा में लौटेगी रौनक
कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार ने राजस्थान में सभी शिक्षण संस्थाएं बंद कर दी थी। कोटा में कोचिंग संस्थाएं बंद होने से लगभग 60 हजार विद्यार्थी अपने-अपने घरों की लौट गए थे। इससे शहर की चमक भी फिकी पड़ गई थी। हजारों लोगों का रोजगार प्रभावित हो गया था। अब कोचिंग संस्थान खुलने से रोजगार वापस पटरी पर आ सकेगा, वहीं शहर में फिर से रौनक नजर आएगी।
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विद्यार्थी बोले-फटाफट मिलेगा प्रोब्लम का सॉल्यूशन
कोचिंग छात्रों ने कहा कि वो ऑफलाइन कोचिंग का इंतजार कर रहे थे, क्योंकि ऑनलाइन कोचिंग में उन्हें चीजों को समझने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. छात्रों ने कहा कि ऑफलाइन क्लासेज से उनको काफी फायदा मिलेगा. ऑफलाइन क्लासेज में वो टीचर से सॉल्यूशन हाथों-हाथ पता कर सकेंगे. जबकि ऑनलाइन में उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
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ठप पड़ा था कारोबार
हॉस्टल संचालकों ने भी कोचिंग खुलने के फैसले पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीने से उनका कारोबार ठप पड़ा था. क्योंकि कोचिंग बंद होने से सभी छात्र अपने घरों को लौट गए अब वो वापस कोटा लौटेंगे. हॉस्टल संचालकों ने कहा कि वो कोरोना में बच्चों की पूरी तरह से केयर करेंगे. हॉस्टल संचालकों और छात्रों ने सरकार का धन्यवाद दिया. बता दें कि कोटा में कोरोना के बाद कोचिंग बंद होने से 50 हजार छात्र घर चले गए थे.