भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा का शव पंखे पर लटका मिला, 23 दिन में दो सांसदों ने की आत्महत्या
आत्महत्या की वजह तलाशने में जुटी दिल्ली पुलिस, भाजपा संसदीय दल की बैठक रद्द
- पहले निर्दलीय सांसद मोहन देलकर और अब राम स्वरूप शर्मा का शव पंखे पर लटका मिला
नई दिल्ली. भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। हिमाचल के मंडी लोकसभा से दूसरी बार चुने गए भारतीय जनता पार्टी के सांसद शर्मा का शव बुधवार तड़के दिल्ली स्थित उनके गोमती अपार्टमेंट स्थित सरकारी आवास में पंखे पर लटका मिला। जिसके बाद भाजपा संसदीय दल की बैठक रद्द कर दी गई। हालांकि, अभी तक उनके खुदकुशी करने की वजह पता नहीं चल सकी है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक सुबह करीब 8.30 बजे सांसद आवास पर मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें सूचना दी की आरएमएल अस्पताल के पास सांसदों के रहने के लिए बनाए गए गोमती अपार्टमेंट के फ्लैट में भाजपा सांसद ने आत्म हत्या कर ली है।
अंदर से बंद था सांसद का कमरा
सांसद के स्टाफ ने दिल्ली पुलिस को बताया कि जब सुबह चाय देने के लिए गए तो कमरा अंदर से बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी जब कमरा नहीं खुला तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सांसद आवास पहुंचने के बाद कमरे का दरवाजा तोड़ा। जहां भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा पंखे पर टंगे फंदे पर झूल रहे थे। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आखिर क्यों की खुदकुशी
दिल्ली पुलिस ने बताया कि घटना के बाद राम स्वरूप शर्मा के आवास की तलाशी ली गई, लेकिन उन्हें कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। जिसकी वजह से सांसद के आत्महत्या करने की वजह साफ नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस सांसद के स्टाफ और परिजनों से पूछताछ कर मौत की वजह पता लगाने की कोशिश में जुट गई है।
हिमाचल के दिग्गज नेता
दिवंगत सांसद राम स्वरूप शर्मा की गिनती हिमाचल भाजपा के दिग्गज नेताओं में होती है। वह देश की सबसे बड़ी लोकसभा मंडी से दूसरी बार सांसद चुने गए थे। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की सांसद पत्नी प्रतिभा सिंह को करारी शिकस्त दी थी। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में शर्मा ने अपने कांग्रेस के दिग्ज नेता और पूर्व दूरसंचार मंत्री सुखराम के नाती आश्रय शर्मा को हराया था। शर्मा आसएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता रहे थे और उन्हें हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का बेहद करीबी माना जाता है।
23 दिन पहले 7 बार के सांसद ने की थी आत्महत्या
चौंकाने वाली बात यह है कि एक महीने के अंदर पहली बार दो सांसदों ने आत्म हत्या की है। शर्मा से पहले 22 फरवरी को दादरा-नगर हवेली के निर्दलीय सांसद मोहन देलकर ने भी मुंबई के एक होटल में आत्महत्या कर ली थी। घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। गुजराती भाषा में लिखे इस सुसाइड नोट में देलकर ने बड़े नेताओं पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया था। 58 वर्षीय मोहन देलकर साल 1989 से लेकर साल 2019 तक 7 बार सांसद चुने गए थे। साल 1989, 1991, 1996 में कांग्रेस के टिकट पर तो साल 1998 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे। हालांकि 1999, 2004 और 2019 में उन्होंने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की।