अरुण वाल्मीकी के रिश्तेदारों ने सीएम गहलोत से मांगी सुरक्षा, आगरा पुलिस पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग पीड़ितों को मुख्यमंत्री से मिलवाने भरतपुर से लेकर गए जयपुर
TISMedia@Jaipur उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस हिरासत में मौत के मामले में, मृतक अरुण वाल्मीकि के राजस्थान में रहने वाले पांच रिश्तेदारों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर सुरक्षा की गुहार लगाई है। इन लोगों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें शनिवार रात भरतपुर से उठा लिया और चार दिन तक प्रताड़ित किया।
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आगरा पुलिस की कस्टडी में मारे गए अरुण वाल्मीकि की पत्नी भरतपुर से ताल्लुक रखती हैं और उनके परिवार के सदस्यों को उत्तर प्रदेश पुलिस अरूण की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए अपने साथ लेकर गई थी। आरोप है कि अरुण को गिरफ्तार करने के बाद आगरा पुलिस ने उसे इस कदर प्रताड़ित किया कि 19 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में ही उसकी मौत हो गई।
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मंत्री सुभाष गर्ग लेकर पहुंचे जयपुर
पीड़ित परिवार ने जब भरतपुर से विधायक और तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग से इंसाफ दिलाने के लिए गुहार लगाई तो वह इन लोगों को मुख्यमंत्री गहलोत से मिलवाने के लिए भरतपुर से जयपुर लेकर आगए। उन्होंने सीएम के के जोधपुर रवाना होने से पहले पीड़ितों के साथ उनकी बैठक करवाई। सुभाष गर्ग ने गहलोत को बताया कि उत्तर प्रदेश की पुलिस उन्हें लेकर गई और हिरासत में परेशान किया। अरुण का साला तो ठीक से चल भी नहीं पा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनकी बात सुनी और भरतपुर के पुलिस अधीक्षक से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के आगरा में अरुण वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात की है और कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
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हद दर्जे की प्रताड़ना
अरुण वाल्मीक सफाई कर्मचारी था, जिस पर आगरा के एक थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी का आरोप लगाया गया था। उनके पांच रिश्तेदारों में से एक ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम शनिवार रात अरुण की तलाश में भरतपुर स्थित उनके घर आई थी। रिश्तेदार के अनुसार, हमें उसके ठिकाने की जानकारी नहीं थी। इसलिए पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई और चार दिन तक वहीं रखा। पीड़ित परिवार ने बताया कि पुलिस ने उन्हें पीटा, अरुण के पकड़े जाने पर भी पैसे की मांग की। उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री गहलोत को अपनी आपबीती सुनाई और उन्होंने हमें चिंता न करने के लिए कहा। उन्होंने हमें सुरक्षा का आश्वासन दिया है।