सफल इलाज : बिना ऑपरेशन पित्ताश्य से निकाली 9 एमएम की पथरी, असहनीय दर्द से मिला छुटकारा
TISMedia@Kota. यदि आपको पथरी है तो घबराने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सावधानी और सही इलाज से इस असहनीय दर्द से निजाद पा सकते हैं। बेहद आम इस समस्या के होने के यूं तो कई कारण हैं। आमतौर पर यह मान लिया जाता है कि पथरी का इलाज सिर्फ ऑपरेशन है, लेकिन यूनानी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है, जिसमें कुछ ही दिनों में पथरी के दर्द से राहत मिल सकती है, वो भी बिना ऑपरेशन के। ऐसा ही एक मामला कोटा शहर के भीमगंजमंडी इलाके में सामने आया है। यहां मजिस्द गली में स्थिति राजकीय यूनानी चिकित्सालय में कार्यरत एमडी डॉ. शमीम खान ने एक वृद्धा को पित्ताश्य में मौजूद 9 एमएम की पथरी को बिना ऑपरेशन के बाहर निकाल असहनीय दर्द से छुटकारा दिलाया। जबकि, इस किस्म की मोटी पथरी का एलोपैथी में उपचार सिर्फ ऑपरेशन है।
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चिकित्साधिकारी डॉ. शमीम खान ने बताया कि जंक्शन स्थित डड़वाड़ा निवासी एक 65 वर्षिय महिला के पेट में रह-रह कर तेज दर्द उल्टी, जी मचलाना, भूख नहीं लगने की शिकायत थी। वह गत वर्ष 29 अक्टूबर को पहली बार राजकीय यूनानी अस्पताल आईं थी। समस्या बताने पर उनकी सोनाग्राफी करवाई गई। जिसमें पता चला कि महिला के पित्ताश्य यानी पेट में 9 एमएम की पथरी है। जिससे उनके पेट में सूजन रहती है। इसके बाद यूनानी चिकित्सा पद्धिति से इलाज शुरू किया। शुरुआती 15 दिनों में आराम मिलने लगा। इलाज के दो माह बाद फिर से सोनाग्राफी करवाई, जिसमें पथरी गायब थी और पेट में सूजन भी नहीं थी। पित्ताश्य समान्य पाया गया। दरअसल, यूनानी दवाओं से पथरी गलकर यूरीन के साथ बाहर निकल गई।
डॉ. खान ने बताया कि वर्ष 2018 में 48 मिलीमीटर ओवेरियन सिस्ट (अंडाश्य में गांठ) बिना ऑपरेशन के निकाली गई थी। वहीं, गुर्दे की अब तक 8 एमएम से 15 एमएम तक की पथरी का सफल इलाज यूनानी पद्धिति से किया जा चुका है।
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पथरी होने के कारण
– तले-भुने एवं वसायुक्त आहार का सेवन
– मोटापा व पानी कम पीने जैसी आदतों के चलते पथरी के मामले बढ़ते हैं।
– बीज वाली सब्जियों का ज्यादा सेवन
बचाव के उपाय
– नींबू, संतरा व मौसमी का सेवन करने से पथरी नहीं बनती
– ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीना
– तली-भूनी व वसायुक्त आहार का सेवन सिमित मात्रा में करना।
– नमक व मीठे का कम सेवन करें