कलादीर्घा बचाने को होगा कैंडल मार्च, समर्थन में उतरे भाजपा विधायक
– कोटा के कलाकार 3 फरवरी को निकालेंगे कैंडल मार्च
TISMedia@Kota. कलादीर्घा के पास निजी बस स्टैंड बनाए जाने का विरोध तेजी से बढ़ रहा है। शहरवासी भी कलाकारों के समर्थन में आवाज बुलंद कर रहे हैं। वहीं, रामगंजमंडी से भाजपा विधायक मदन दिलावर ने भी कलादीर्घा बचाने की मुहिम को खुला समर्थन दिया है। उन्होंने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर छत्रविलास उद्यान को उजाडऩे का आरोप लगाया है। दिलावर ने कहा कि मंत्री धारीवाल शांत क्षेत्र को अशांत करने का प्रयास कर रहे हैं। विकास के नाम कथित गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। जिससे शहर के बु़िद्धजीवी वर्ग, कलाकार, साहित्यकार, पर्यावरण प्रेमी व शहरवासी चिंतित हैं।
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उन्होंने कहा कि छत्रविलास उद्यान हाड़ौती का सबसे बड़ा उद्यान हैं। हरियाली से लबरेज है। शहरवासियों के लिए ऑक्सीजन का सबसे बड़ा स्त्रोत है। यहां सुबह-शाम बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं। पर्यटन की दृष्टि से यह उद्यान काफी महत्वपूर्ण है। सौंदर्यीकरण व खूबसूरती से यह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। जिसे सरकारी मशीनरी बर्बाद करने पर तुली है। यह विकास नहीं विनाश है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से छत्रविलास उद्यान में विकास के नाम पर की जा रही कथित गतिविधियों पर तत्काल लगाम लगाने का आग्रह किया है।
उद्यान के चारों ओर अतिक्रमण की भरमार
विधायक दिलावर ने कहा कि छत्रविलास उद्यान के चारों ओर अतिक्रमण की भरमार है। मंत्री पहले अतिक्रमणों को हटवाएं, जो उद्यान की खूबसूरती पर ग्रहण लगा रहे हैं। बेवजह जनता का धन बर्बाद किया जा रहा है।
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कलाकारों की एकाग्रता होगी भंग
दिलावर ने कहा कि कलाकारों को मंच प्रदान करने के लिए दिवंगत केंद्रीय मंत्री भुवनेश चतुर्वेदी ने कलादीर्घा का निर्माण करवाया था। कलादीर्घा कलाकारों के लिए कर्मभूमि है। यहां सभी विधाओं के कलाकारों को अपना प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है। यह शांत जगह है और पर्यावरण शुद्ध है। ऐसे में कलादीर्घा के सामने निजी बस स्टैंड बनाना कलाकारों पर कुठाराघात करना है। बसों के शोर-शराबे से कलाकारों की एकाग्रता भंग होगी।
बस अड्डे के लिए दी जा रही पेड़ों की बलि
दिलावर ने कहा कि बस स्टैंड कहीं अन्य जगह भी बनाया जा सकता है। जबकि, ग्रामीण हाट बाजार शिल्पकारों व हाड़ौतीकलां के लिए श्रेष्ठ स्थान हैं। बस अड्डे के लिए उद्यान के सैकड़ों पेड़ों को काटा जा रहा है जो उचित नहीं है।
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कलाकारों ने कलक्टर को सौंपा था ज्ञापन
गौरतलब है कि सोमवार को कला दीर्घा के सामने बस स्टैंड बनाए जाने के विरोध में कलाकरों ने जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी। इसके बाद कला संगठनों से जुड़े लोगों का प्रतिनिधिमंडल ने कांगे्रस नेता अमित धारीवाल से भेंट कर कलाकारों की शांत कर्मभूमि को शोर-शराबे से बचाने की गुहार लगाई थी।
3 फरवरी को कैंडल मार्च
कलादीर्घा के सामने प्रस्तावित निजी बस स्टैंड बनाने के विरोध में कलाकार व विभिन्न कला संगठनों से जुड़े लोग बुधवार यानी 3 फरवरी को शाम 6.30 बजे कलादीर्घा से कैंडल मार्च निकालेंगे। जिसमें बड़ी संख्या में शहरवासी भी शामिल होंगे।
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बस स्टैंड के विरोध में ये संगठनों ने खोला मोर्चा
रंगकर्मी एकता संघ, स्पीक मैके, पैराफिन ग्रुप, कलादीर्घा संघर्ष समिति, विकल्प जन सांस्कृतिक मंच, मेवाड़ ओसवाल संस्था,सोसाइटी हैस ईव-शी,हाड़ौती अर्टिशियन सोसाइटी, गायत्री परिवार, जल बिरादरी कोटा, स्मृति वन समिति, एनवायर्नमेंटल सैनिटेशन सोसाइटी, बाघ मित्र, कोटा डेवेलपमेंट फोरम, द इनसाइड स्टोरी, कोटा स्कूल ऑफ ड्रामा, सुभाष कला संगम, त्रिनेत्र कला अकादमी सहित, अनेक संस्थाएं जो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से कलादीर्घा के संघर्ष में हमारे साथ जुड़ी है उनका इस कला दीर्घा संघर्ष समिति की और से सादर धन्यवाद और निवेदन की संघर्ष की लौ जलाये रखें तभी हम बस स्टॉप / स्टैंड को बनने से रोक सकेंगें। आपसे निवेदन है कि अन्य कलाकारों को भी इस समिति और संघर्ष से जोड़ कर रखे।
संगठन में शक्ति है।