सूनो सरकार कलाकारों की गुहार
TISMedia@Kota. कलादीर्घा के पास प्राइवेट बस स्टैंड बनाए जाने का विचार कलाकारों पर कुठाराघात जैसा है। सरकार के इस विचार के खिलाफ कलाकार व कला संगठनों से जुड़े प्रतिनिधि लामबंध हो गए हैं। उनका कहना है कि यहां बस स्टैंड बनाना कला व कलाकारों का दम घोंटने जैसा है। कलादीर्घा में आयोजित बैठक में रंगकर्मियों ने कहा, सरकार का यह कदम कला और कलाकारों की शांति व एकाग्रतता भंग कर देगा।
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बैठक में उपस्थित कला, साहित्य व पर्यावरण, इतिहास प्रेमियों ने क्षेत्र की उपयोगिता बताई और बस स्टैंड बनाने के प्रस्ताव को गलत ठहराया व सुझाव भी दिए। रंगकर्मियों ने कहा कि इसका विरोध किया जाएगा। थिएटर एक्टिविस्ट राजेंद्र पांचाल ने कहा कि कलादीर्घा स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करता है। बस स्टैंड के बनने से कला व कालाकारों के लिए आवश्यक माहौल बिगड़ जाएगा। बस स्टैंड कहीं और बनाए जाने का विचार किया जाना चाहिए। रंगकर्मी संदीप राय ने कहा कि प्रशासन व यूडीएच मंत्री को कलाकारों की समस्या से अवगत करवाने की जरूरत है।
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गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी जीडी पटेल ने हस्ताक्षर अभियान चलाने का सुझाव दिया। पर्यावरण प्रेमी गीता दाधीच ने कहा, क्षेत्र पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, वहां बस स्टैंड बनाने का अर्थ कला के साथ पर्यावरण का दम घोंटना है। सप्त शृंगार संस्था के अध्यक्ष अब्दुल सत्तार ने कहा कि काफी जद्दोजहद के के बाद कलादीर्घा के रूप में जगह कोटा रंगकर्मियों को नसीब हुई है। यहां सभी विधाओं के कलाकारों को अपना प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है। यह शांत जगह है और पर्यावरण शुद्ध है। यहां वर्षभर आयोजन होते हैं। ऐसे में यहां बस स्टैंड बनना पर्यावरण के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि कलाकारों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपेगा। इसके अलावा एक ऑनलाइन पिटिशन भी दायर की गई है।
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कलादीर्घा कलाकारों की कर्मभूमि
कथक नृत्यांगना गरिमा भार्गव ने कहा कि यह हमारी कर्मभूमि है। यहां कलाकारों को अच्छा माहौल मिला है। कला भी एक तरह का आध्यात्म है। इसमें शांति व एकाग्रता की आवश्यकता होती है। इस दृष्टि से बस स्टैंड बनाए जाने का विचार अनुचित है। बैठक में रंगकर्मी राजेश विलायत राय, बृजेश विजयवर्गीय, वरिष्ठ साहित्यकार अम्बिकादत्त चतुर्वेदी, विजय पालीवाल, दीनानाथ दुबे, सविता जैन समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
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प्राइवेट बस स्टैंड का प्रस्ताव विनाशकारी
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश विजयवर्गीय ने ग्रामीण हाट के स्थान पर प्रस्तावित प्राइवेट बस स्टैंड के प्रस्ताव को अनुचित एवं विनाशकारी बताया है। उन्होंने कहा कि सैंकड़ों साल पुराना छत्र विलास उद्यान वर्षों से कोटावासियों के लिए ऑक्सीजन पाने का सबसे बड़ा जरिया है। 60-70 वर्षों में यह हराभरा विशाल उद्यान सिकुड़ कर 25 प्रतिशत रह गया है।