Kota Greenfield Airport: सिंधिया ने गहलोत से कहा- आवंटन हो गया तो फिर जमीन क्यों नहीं दे रहे

1250 एकड़ जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंपे राजस्थान सरकार, ताकि जल्दी शुरू हो सके काम

  • कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की जमीन ट्रांसफर करने में राजस्थान के अफसर कर रहे आनाकानी 
  • “दफ्तर-दफ्तर” खेलने से नाराज उड्डयन मंत्री सिंधिया ने मुख्यमंत्री गहलोत से की सीधे दखल की मांग

TISMedia@Kota कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाने के काम में अफसरों के अडंगे से नाराज केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दखल देने के लिए चिट्ठी लिख डाली है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जब सब कुछ तय हो चुका है तो फिर जमीन ट्रांसफर करने में क्या दिक्कत आ रही है? सिंधिया ने गहलोत से कहा है कि व्यक्तिगत स्तर पर खुद दखल देकर जल्द से जल्द कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की जमीन भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण को ट्रांसफर करवाएं ताकि कोटा में हवाई अड्डे बनने का काम तेजी से शुरू किया जा सके।

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केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस बाबत चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में सिंधिया ने लिखा है कि वर्तमान हवाई अड्डे की प्रकृति और एबी-320 प्रकार के विमानों के संचालन के लिए अनुपयुक्तता है। इसीलिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने लैंडलॉक के कारण कोटा में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के विकास का कार्य शुरू किया है। कोटा में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट को मास्टर प्लान में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (एनसीएपी), 2016 के अनुसार, विकास हवाई अड्डे के लिए भूमि राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क और सभी भारों से मुक्त जमीन उपलब्ध कराई जानी है। जिसके लिए राज्य सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की साझा टीम ने सर्वे के बाद 1250 एकड़ जमीन भी चयनित कर ली है।

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सहमति तो दे दी, लेकिन जमीन कब दोगे 
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पत्र में लिखा है कि राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव ने 15 जुलाई 2021 को भेजे पत्र में कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के विकास के लिए एएआई को 1250 एकड़ भूमि निःशुल्क प्रदान करने की जानकारी भी दी है। मुझे सूचित किया गया है कि एएआई ने अपने पत्र दिनांक 17.08.2021 द्वारा ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के विकास के लिए मास्टर प्लान पहले ही जमा कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक राज्य सरकार ने कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए चिन्हित जमीन अभी तक एएआई को नहीं सौंपी है। सिंधिया ने गहलोत से निजी दखल देने का अनुरोध करते हुए लिखा है कि “मैं आपसे व्यक्तिगत हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूं कि संबंधित अधिकारियों को आवश्यक भूमि एएआई को सौंपने की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने का निर्देश दें, ताकि कोटा में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के विकास में तेजी लाई जा सके।

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दफ्तरों में घूम रही फाइल 
कोटा में एक ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला लगातार प्रयास कर रहे हैं। इससे पहले उनके प्रयासों से दो बार एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ने कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए सर्वे भी कर चुकी है। टीम ने शंभूपुरा में 1250 एकड़ भूमि ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए चिन्हित की थी। जिस पर राज्य सरकार ने भी जमीन दिए जाने की घोषणा कर दी, लेकिन इसके बाद जमीन ट्रांसफर करने के लिए एएआई से चली फाइल राजस्थान सरकार के दफ्तरों में कहीं खो गई। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सीएम अशोक गहलोत को कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए जमीन जल्द आवंटित करने का पत्र लिखा था। जिसके बाद प्रक्रिया को लेकर राजस्थान सरकार और एएआई के अधिकारियों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। जिससे नाराज सिंधिया ने अब खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख इस मामले में निजी स्तर पर दखल दे जल्द से जल्द जमीन ट्रांसफर करने को कहा है। उम्मीद है कि इसके बाद अफसरशाही के भंवर में फंसी कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की फाइल किनारे लग सकेगी।

 

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