BIG News : मंदिरों में डकैती और लूटपाट करने वाला ईनामी गिरफ्तार, पुजारियों का करता था ऐसा हाल
-कालबेलिया गैंग का पर्दाफाश
– प्रतिमाओं के आभूषण व नकदी लूट हो जाते थे फरार
– वर्ष 2016 से फरार था ईनामी बदमाश
-कोटा ग्रामीण पुलिस ने आलनिया तिराहे पर दबोचा
TISMedia@Kota. मंदिरों में डकैती, लूट व चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाली अंतरराज्यीय कालबेलिया गैंग का फरार ईनामी बदमाश बुधवार को कोटा ग्रामीण पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी वर्ष 2016 से ही फरार चल रहा था। आरोपी कनवास के पाल की झोपडिया निवासी है और वर्तमान में मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की रामनगर कॉलोनी में रहता था। फिलहाल पुलिस चोरी की अन्य घटनाओं के खुलासे के लिए आरोपी से पूछताछ में जुटी है।
Rea More : फिर से मृत्युदंड : नाबालिग बेटी का बलात्कार कर हत्या करने वाले हैवान पिता को मौत की सजा
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि आरोपी विक्रम नाथ मंदिरों को निशाना बनाने वाली कालबेलिया गैंग का सदस्य है, जो वर्ष 2016 के बाद से ही फरार चल रहा था। जिसे बुधवार को केबल नगर स्थित आलनिया माता मंदिर के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस से बचने के लिए वह उड़ीसा, छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश के राजगढ़, मंदसौर व उज्जैन में फरारी काट रहा था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 5 हजार का ईनाम घोषित कर रखा था, जो 4 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया। बता दें, गैंग का सरगना सहित अन्य सदस्य पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
कोटा संभाग व मध्यप्रदेश के एक दर्जन मंदिरों में की डकैती व लूटपाट
एसपी चौधरी ने बताया कि अंतराज्यीय कालबेलिया गैंग ने हाड़ौती सहित मध्यप्रदेश के एक दर्जन से अधिक मंदिरों में डकैती, लूट व चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया। गैंग ने वर्ष 2016 में सबसे ज्यादा कोटा ग्रामीण व झालावाड़ जिले के मंदिरों को निशाना बनाया। इनमें कुछ इस प्रकार हैं।
– 7 मार्च को कालबेलिया गैंग ने चेचट में मेड़तवाल समाज के मंदिर को निशाना बनाया। मंदिर का गेट तोड़कर दानपेटी, नकदी व प्रतिमाओं के आभूषण लूटकर फरार हो गए।
– 30 मार्च को बदमाशों ने मोड़क थाना क्षेत्र के दरा जंगल स्थित पाल की माता मंदिर को पर धावा बोला। पुजारी और एक महिला को बंधक बनाकर मारपीट की। इसके बाद मूर्तियों के सोने-चांदी के आभूषण, नकदी लूट भाग गए।
-20 मार्च को बदमाशों ने झालावाड़ जिले में आतंक मचाया। यहां खानपुर के हरिगढ़ में रघुनाथजी के मंदिर में घुसकर पुजारी को बंधक बनाकर मारपीट की और प्रतिमाओं के आभूषण व नकदी लूट लिए।
आतंक का पर्याय बन चुकी थी गैंग
कालबेलिया गैंग हाड़ौती और मध्यप्रदेश के मंदिरों में लगातार डकैती, चोरी व लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रही थी। गैंग आतंक का पर्याय बन चुकी थी। ग्रामीणों में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त था। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीम का गठन किया। संभावित ठिकानों पर दबिश दी। साइबर सेल की तकनीकी जानकारियां व मुखबिर की सूचना पर 26 अप्रेल 2016 को गैंग के सरगना हरिसिंह कालबेलिया सहित अन्य 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया। लेकिन, गैंग का सदस्य विक्रम नाथ दबिश के दौरान फरार हो गया था।
Read More : हिस्ट्रीशीटर का घर जमींदोज : कुख्यात अपराधी के खिलाफ राजस्थान की सबसे बड़ी कार्रवाई
ऐसे गिरफ्त में आया 5 हजार का ईनामी बदमाश
एसपी चौधरी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एएसपी पारस जैन के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम लगातार वांछित अपराधी की गिरफ्तारी के लिए आसूचना संकलन कर निगरानी रख रही थी। बुधवार दोपहर को सायबर टीम सदस्य भूपेन्द्र नागर को मुखबीर से सूचना मिली कि 5 हजार ईनामी बदमाश विक्रम नाथ केबल नगर स्थित आलनिया माता के दर्शन के लिए आ रहा है। इसके बाद वह मध्यप्रदेश जाएगा। इस पर मंडाना थानाधिकारी महेश कारवाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शाम 4.30 दबिश देकर आलनिया तिराहे से आरोपी विक्रमनाथ को गिरफ्तार कर लिया।
Read More : पर्दाफाश : शातिर वाहन चोरों को पकडऩे झालावाड़ के जंगलों में कूदी कोटा पुलिस, 6 को दबोचा
मध्यप्रदेश में मेज-कुर्सी बेचता था आरोपी
मंडाना थानाधिकारी कारवाल ने बताया कि आरोपी रामनाथ मूलरूप से कनवास का रहने वाला है और वर्तमान में मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की रामनगर कॉलोनी में रहता था। वह चार साल से टेबल-कुर्सी व क्रिकेट बेट गांव-गांव जाकर बेचने का काम करता था।
आरोपी पर दर्ज हैं 14 मुकदमें
हाड़ौती सहित मध्यप्रदेश के विभिन्न थानों में आरोपी रामनाथ के खिलाफ मंदिरों में चोरी, लूटपाट व डकैती के 14 मामले दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर डकैती, लूट व चोरियों की अन्य वारदातों का पता लगाने में जुटी है।