पर्दाफाश : शातिर वाहन चोरों को पकडऩे झालावाड़ के जंगलों में कूदी कोटा पुलिस, 6 को दबोचा
कोटा. शहर पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए शातिर वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। ये बदमाश शराब पीने की लत व गाड़ी चलाने के शोक के कारण चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस ने 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की कार बरामद की है।
शहर पुलिस अधीक्षक विकास पाठक ने बताया कि गत शुक्रवार को कंसुआ निवासी दुर्गाशंकर ने उद्योग नगर थाने दी रिपोर्ट में बताया कि घर के बाहर खड़ी पिकअप को अज्ञात बदमाश चुराकर ले गए। इस पर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर घटनास्थल के आसपास व टोलनाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जिसमें 5-6 संदिग्ध व्यक्ति कार में नजर आए, जो चोरी की गई पिकअप के साथ-साथ कार से मंडाना होते हुए झालावाड़ की तरफ जा रहे थे। पुलिस ने संदिग्ध कार नंबर के आधार पर कार मालिक को ट्रेस किया तो चौंकाने वाली बात सामने आई। जांच में संदिग्ध कार का 4 बार अलग-अलग जगह बिकना सामने आया।
Read More : कोटा में दिनदहाड़े लूट की कोशिश : बदमाश ने टोलकर्मियों पर तानी बंदूक, ड्राइवर ने कट मार बचाए लाखों रुपए
तकनीकी जानकारी के आधार पर मौजूदा कार मालिक की झालावाड़ जिले के गंगधार कस्बे में तलाश की गई। वहां लोगों से पूछताछ में पता चला कि इस नंबर की कार टैक्सी के रूप में उपयोग की जाती है। तलाशी में पता चला कि संदिग्ध नंबर की एक कार गांव पीपाखेड़ी में राम सिंह के पास है, जो 21 जनवरी से ही फरार है। पुलिस ने उन्हेल पुलिस की सहायता से आरोपियों की तलाश की तो आरोपी हाजेडीया गांव के जंगलों में बैठे मिले। पुलिस को देख आरोपी भागने का प्रयास करने लगे लेकिन पुलिस ने घेरकर उन्हें दबोच लिया। सीसीटीवी फुटेज दिखा कर पूछताछ की तो आरोपियों ने चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया।
झालावाड़ निवासी हैं सभी आरोपी
उद्योग नगर थानाधिकारी प्रमेंद्र कुमार रावत ने बताया कि वाहन चोरी के मामले में गिरफ्तार सभी आरोपी झालावाड़ जिले के हैं। इनमें आरोपी विनोद लाल (20), श्रवण सिंह (21), सुजान (20), श्रवण कंजर (20), मनोज लाल (18) उन्हेल निवासी हैं। जबकि राम सिंह (28) गंगधार जिला झालावाड़ का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि आरोपी श्रवण कंजर के खिलाफ विभिन्न थानों में 11, विनोद के खिलाफ 7, सोजान के खिलाफ 9 मामले दर्ज हैं।
Read More : धरने पर बैठे भाजपा पार्षद : बोले-जूते खाने जैसी कर दी हमारी स्थिति
जंगलों व घाटियों में छुपाते थे चोरी के वाहन
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जंगली और पहाड़ी क्षेत्र में कच्चा रास्ता होने से नई थार जीप, बोलेरो, पिकअप चुराते थे। चोरी के लिए बकायदा पूरी टीम बनाते थे। पहले ये किराए की गाड़ी में शहर की गलियों में घूमते, जहां भी नई गाड़ी खड़ी दिखती, उसमें पुरानी चाबी लगाकर धक्का देकर स्टार्ट कर ले जाते थे। इस दौरान गिरोह के दो आदमी निगरानी रखते थे। चोरी करने के बाद जंगलों में सूखी नदियों व पहाड़ों की घाटियों में गाड़ी को छुपा देते थे। बाद में गाड़ी की पहचान बिगाड़ कर या कलर करके उन्हें औने-पौने दामों में बेचते थे। लेकिन, इससे पहले आरोपी नए वाहन चलाने का शौक करते फिर बेचकर शराब की लत पूरा करते। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर चौपहिया व दुपहिया वाहन व अन्य चोरी की वारदाते खोलने का प्रयास कर रही है।