कोटा पुलिस ने किया नकबजनी गैंग का पर्दाफाश: पलक झपकते ही उड़ा ले गए 16.83 लाख
– दो आरोपी गिरफ्तार, 7 लाख बरामद
– दिन में रैकी और रात को वारदातों को देते थे अंजाम
कोटा. शहर के आरकेपुरम इलाके में गत दिनों हुई नकबजनी की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने सोमवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही उनके कब्जे से 7 लाख रुपए बरामद किए हैं। ( kota police ) शहर पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि 1 नवम्बर को आरकेपुरम निवासी संजय जैन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात बदमाश उनके सूने मकान में घूसे और आलमारी में रखे थैले से 16,83,300 रुपए चुरा ले गए। मामले की गंभीरता देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन व पुलिस उप अधीक्षक कल्पना सोलंकी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर अनुसंधान शुरू किया। पुलिस ने घटनास्थल के नजदीक सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी सूचनाओं के आधार पर संदिग्धों पर नजर रखी। इस पर अनंतपुरा थाना क्षेत्र के क्रेशर बस्ती निवासी ओमप्रकाश उर्फ ओमी (48) व कोटड़ी निवासी नवाब उर्फ नासिर (45) की गतिविधियां संदिग्ध नजर आई। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। आरोपियों को गिरफ्तार कर चुराई गई राशि में से 7 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। जबकि, अन्य राशि की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।
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अब तक 6 वारदातों को दिया अंजाम
पुलिस अधीक्षक यादव ने बताया कि आरोपियों ने इस वर्ष जनवरी से अब तक विज्ञान नगर, बोरखेड़ा, अनंतपुरा, महावीर नगर सहित अन्य थाना इलाकों में 6 नकबजनी की वारदातों को अंजाम दिया है। अन्य वारदातों के खुलासे के लिए पूछताछ जारी है।
पॉश इलाकों में करते थे रैकी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोपहर को पॉश इलाकों में घूमकर सूने मकानों की रैकी करते और रात को मौका देखकर वारदात को अंजाम दे जाते। दोनों आरोपियों के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में कुल 52 प्रकरण दर्ज है। इसमें आरोपी नवाब पर 22 और ओमप्रकाश कोली के खिलाफ 30 प्रकरण दर्ज है।
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पुलिस टीम में यह थे शामिल
आरकेपुरम थानाधिकारी संदीप विश्नोई, रेलवे कॉलोनी सीआई मुनीन्द्र सिंह, एएसआई महेंद्र सिंह, हैड कांस्टेबल राजेंद्र सिंह, सुखवीर सिंह, जितेंद्र सिंह व साइबर सेल के अशोक सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों का वारदात के खुलासे में सहयोग रहा।