यहां 40 किमी की दूरी पर टिकी 50 हजार लोगों की जिंदगी!

-3 साल बाद भी सीएचसी नए भवन में नहीं हुई शिफ्ट
-गंभीर मरीजों को भी इलाज के लिए काटना पड़ता है 40 किमी का चक्कर
-मंडाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं पर्याप्त चिकित्सा सुविधा
– भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक के नेतृत्व में किया प्रदर्शन

TISMedia@Kota. मंडाना कस्बे की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अभी भी पुराने भवन में ही संचालित हो रहा है। यह भवन जर्जर अवस्था में है। जबकि, 9 करोड़ की लागत से सीएचसी के लिए नए भवन का निर्माण भी करवाया जा चुका है। हालात यह है कि 3 साल बाद भी पुराने भवन को नए भवन में शिफ्ट नहीं किया गया। वहीं, अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी से ग्रामीणों को समय पर इलाज भी नहीं मिल पाता। इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत के नेतृत्व में प्रदर्शन कर विरोध जताया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि सामुदायिक अस्पताल को नए भवन में शिफ्ट कर डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था नहीं की गई तो अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जाएगा।

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9 करोड़ से बनवाया था नया अस्पताल
पूर्व विधायक राजावत ने कहा कि वर्ष 2008 में मंडाना में सीएचसी यानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गई थी। इसके बाद से यह अस्पताल अव्यवस्थाओं का शिकार रहा। मरीजों के लिए यहां संसाधनों की कमी व जगह की तंगी थी। लोगों की सुविधा के लिए 3 साल पहले भाजपा शासन में 9 करोड़ की लागत से नया चिकित्सालय भवन बनवाया गया। इसके बावजूद इसे नए भवन में शिफ्ट नहीं किया गया।

50 हजार लोग आते हैं इलाज को
राजावत ने बताया कि नेशनल हाइवे-52 पर 60 किमी की दूरी के बीच यह एकमात्र अस्पताल है। जहां दुर्घटनाग्रस्त गंभीर घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए लाया जाता है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों को छोड़कर ड्यूटी डॉक्टर भी 24 घंटे उपलब्ध नहीं रहते। इसके अलावा 12 हजार मंडाना कस्बे के और 50 हजार आसपास के गांवों के लोग इलाज के लिए इस अस्पताल आते हैं। इसके बावजूद लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता।

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40 किमी दूर कोटा आते हैं मरीज
उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मंडाना अस्पताल विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। यहां के बाशिंदों को समुचित चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही। अधिकतर समय अस्पताल बंद रहता है। वहीं, रात के समय तो अस्पताल खुलता नहीं। ऐसे में गंभीर रोगों के मरीजों को मजबूरी में 40 किमी का लंबा सफर तय कर कोटा आना पड़ता है। इलाज के अभाव में कई मरीजों की मौत तक हो जाती है।

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कलक्टर को बताए हालात
राजावत ने जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ को मामले से अवगत कराया। इसके बाद नायब तहसीलदार अनीता सिंह, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमल भार्गव, पुलिस उपाधीक्षक नेत्रपाल सिंह ने प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और भरोसा दिलाया कि 10 दिन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। साथ ही डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ पूरी तरह ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे। प्रदर्शन में बीजेपी मंडाना मंडल अध्यक्ष हुकमचन्द शर्मा, पूर्व मंडल अध्यक्ष जगदीश हाड़ा, महामंत्री नवल मेघवाल, पूर्व सरपंच दुर्गालाल मीणा, किसान मोर्चा उपाध्यक्ष जयकिशन मीणा, राजेश राव, जोगेन्द्र सिंह और आदित्य पाठक मौजूद रहे।

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