कोटा में 41 मकानों पर चला बुलडोजर, घरों से बाहर दौड़े लोग, शहर में मचा हड़कम्प
– चंबल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट में रोड़ा बन रहे थे मकान
– यूआईटी ने ध्वस्त किए अतिक्रमण
TISMedia@Kota. शहर में सोमवार की सुबह 10 बजे थे। लोग अपनी दिनचर्या में व्यस्त थे, तब पुलिस लावजमा अतिक्रमण दस्ते के साथ सड़कों से गुजरा तो लोग हैरतभरी नजरों से देख किसी अनहोनी की आशंका से आशंकित थे। 10.30 बजे यह लवाजमा नयापुरा स्थित गुजराती बस्ती पहुंची और चम्बल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट की राह में रोड़ा बने 41 मकानों पर नस्तेनाबूद कर दिया। दरअसल, यूआईटी का अतिक्रमण दस्ते ने दोपहर को शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया।
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न्यास ने बस्ती के लोगों को पहले रामनगर आवास योजना में पुनर्वास किया था। तब से ये मकान खाली थे। अतिक्रमण तोडऩे के दौरान डीएसपी , नयापुरा थानाधिकारी सहित 52 पुलिस जवान व यूआईटी दस्ते के करीब 40 अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। दस्ते ने जेसीबी की सहायता से डेढ़ घण्टे में अतिक्रमण तोड़ दिया।
चम्बल रिवर फ्रंट कोटा का ड्रीम प्रोजेक्ट है। लगभग 700 करोड़ की लागत वाले प्रोजेक्ट के तहत चंबल नदी के बन रहे घाट का सौन्दर्यीकरण किया जाना है। साथ ही बाढ़ नियंत्रण कार्य करते हुए उन्हें हेरिटेज लुक दिया जाना है। यह प्रोजेक्ट गोमती और साबरमती नदियों के रिवर फ्रंट से ज्यादा सुंदर व आकर्षक होगा। नयापुरा पुलिया तक रिवर फ्रंट में करीब 6 किमी में हेरिटेज लुक के साथ मुगलकालीन गार्डन की तर्ज पर खूबसूरत पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। इस कारण प्रोजेक्ट की राह में आ रहे लोगों का पुनर्वास कर अतिक्रमणों को हटाया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान मौके पर लोगों भीड़ लगी रही।