लखनऊ में अपार्टमेंट धराशाई, मलबे में दबे 14 परिवार, लोगों को बचाने में जुटी सेना

Lucknow. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार शाम को अचानक एक अपार्टमेंट भरभराकर गिर गया। अपार्टमेंट धराशाई होने से उसमें रहने वाले सभी 14 परिवार मलबे में दब गए। इमारत जमींदोज होने के बाद राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मौके पर एसडीआरएफ एनडीआरएफ के जवानों के साथ अब सेना के जवान भी मलबे में दबे हुए लोगों को न‍िकालने के ल‍िए पहुंच गए हैं।

यह भी पढ़ेंः Earthquake: दिल्ली एनसीआर में भूकंप, दहशत में आए लोग

अलाया अपार्टमेंट मंगलवार शाम 6:46 बजे अचानक जमींदोज हो गया। देखते ही देखते 14 परिवार मलबे में दब गए। हादसे की सूचना मिलते ही सभी अस्पतालों और ब्लड बैंक को अलर्ट कर दिया गया। देर रात तक राहत एव बचाव कार्य जारी रहा। मलबे को हटाकर उसमें दबे लोगों को न‍िकालने का प्रयास क‍िया जा रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना का दस्ता इमारती मलबे के बड़े-बड़े ब्लॉक्स को अत्याधुनिक मशीनों से काटकर उसके नीचे दबे लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिशों में जुटे हैं।

यह भी पढ़ेंः बाबा को जादूगर की चुनौतीः चमत्कार नहीं सब साइंस ट्रिक हैं, गुमराह न करें धीरेंद्र शास्त्री

16 लोगों को किया रेस्क्यू
राहत और बचाव कार्य पिछले 12 घंटे से लगातार जारी है। अपार्मटमेंट के मलबे में दबे 16 लोगों को ही अभी तक रेस्क्यू किया जा सका है। इन सभी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं गंभीर रूप से घायल दो लोगों केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। हालांकि, सभी घायल फिलहाल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए लोहिया संस्थान में अतिरिक्त चिकित्सकों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया था। इसके साथ ही सिविल अस्पताल में भी बेड रिजर्व किए गए हैं। सिविल अस्पताल के निदेशक डा. आनंद ओझा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही इमरजेंसी में करीब 40 बेड रिजर्व करा दिए गए थे।

यह भी पढ़ेंः बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री को मिली जान से मारने की धमकी, गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश

घायलों की मदद के लिए केजीएमयू ने बनाई रेस्क्यू टीमें
हादसे की जानकारी मिलते ही केजीएमयू ने घायलों की मदद के लिए दो रेस्क्यू टीमें गठित की। एक टीम ट्रामा सेंटर में तो दूसरी घटनास्थल के लिए रवाना हुई। ट्रामा प्रभारी डा. संदीप तिवारी के नेतृत्व में आठ डाक्टरों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची। एनडीआरएफ की मदद से दो लोगों को निकालकर डा. संदीप ट्रामा पहुंचे और उन्हें भर्ती कराकर इलाज शुरू कराया। उन्होंने बताया कि दोनों घायलों को ज्यादा चोटें नहीं आई हैं। सीटी स्कैन समेत अन्य जांचें की जा रही हैं। दोनों सुरक्षित हैं। सिविल अस्पताल के निदेशक डा. आनंद ओझा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही 15 डाक्टर और करीब 25 पैरामेडिकल स्टाफ की टीम तैनात कर दी गई थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!