धरने पर बैठे भाजपा पार्षद : बोले-जूते खाने जैसी कर दी हमारी स्थिति

– पार्षदों ने निगम आयुक्त पर लगाए भेदभाव का आरोप
– वार्डों में नियमित सफाई नहीं होने से हैं नाराज

TISMedia@Kota. दक्षिण नगर निगम में तीन वार्ड पार्षद निगम आयुक्त पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए सोमवार सुबह धरने पर बैठ गए। पार्षदों का आरोप है कि बीजेपी पार्षदों के वार्डों में सफाई व टिपर व्यवस्था गड़बड़ा गई है। लम्बे वार्ड होने के बाद भी 2 की जगह 1 ही टिपर है। सफाईकर्मी भी पर्याप्त नहीं है।

भाजपा पार्षदों ने आरोप लगाया कि उनके वार्डों में नियमित साफ-सफाई नहीं होती। ऐसे में उन्हें लोगों का गुस्सा झेलना पड़ता है। अब तो हमारी स्थिति जूते खाने जैसी हो गई है। निगम आयुक्त की कार्यशैली के खिलाफ वार्ड- 60 के पार्षद सुरेंद्र राठौर, वार्ड- 80 की लक्ष्मी मेहरा व वार्ड- 45 से शानू कश्यप सहित अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हैं।

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आरोप : 13 में से 3 सफाईकर्मी ही काम करते हैं
नाराज पार्षद सुबह 10 बजे निगम कार्यालय में धरने पर बैठे। वार्ड पार्षद सुरेंद्र राठौर ने बताया कि वार्ड में मात्र 14 सफाईकर्मी लगा रखे हैं, जिनमें तीन नेताओं के परिचित हैं। ऐसे में 11 सफाईकर्मी ही काम करते हैं लेकिन वार्ड बड़ा होने के कारण सही ढंग से सफाई नहीं होती। वहीं, वार्ड में मात्र एक टिपर ही आता है, जो कभी आता है कभी नहीं। वहीं, लक्ष्मी मेहरा के वार्ड में 13 सफाईकर्मी है। जिसमें से मात्र 3 ही कार्य करते हैं। शानू कश्यप के वार्ड में भी यही हाल है।

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दक्षिण निगम आयुक्त कीर्ति राठौड़ ने बताया कि पार्षदों के भेदभाव का आरोप सरासर गलत है। हमारे लिए सभी पार्षद एक हैं। जहां पहले जो सफाईकर्मी लगे हैं, वे अब भी वहीं काम कर रहे हैं। हमने किसी भी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया है। पार्षदों का कहना है कि कहीं ज्यादा तो कहीं कम सफाईकर्मी लगे हैं, जिस पर कार्रवाई कर समानांतरण की कोशिश कर रहे हैं। कुछ एरिया ऐसे हैं जहां बसावट ज्यादा होने से वहां सफाईकर्मियों की संख्या भी ज्यादा है। वहीं, कुछ एरिया बड़े तो हैं लेकिन बसावट कम होने से वहां लेबर की जरूरत भी कम हैं। पार्षदों की मांग पर कुछ कर्मचारी बढ़ाए हैं। साथ ही कर्मचारियों की भर्ती के लिए टेंडर भी जारी कर दिए हैं, ताकि इस तरह की समस्या का स्थाई समाधान हो सके।

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