बिड़ला की बड़ी पहलः कोरोना ने छीना कमाऊ पूत, स्कूल कोचिंग थामेंगे उनके बच्चों का हाथ…

  • एलन करियर इंस्टीट्यूट स्थापित करेगा 50 लाख का फंड
  • हाड़ौती के सभी स्कूलों ने खोले निराश्रितों के लिए अपने दरवाजे

कोटा. कोरोना ने अनेक घरों की खुशियां उजाड़ दीं और बहुत से अपनों को सदा के लिए दूर कर दिया। सबसे अप्रिय स्थिति उन घरों की है जिनमें माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई या परिवार का कमाने वाला सदस्य ही चला गया। ऐसे घरों के बच्चों की सहायता के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आव्हान पर स्कूल संचालकों और कोचिंग संस्थानों ने उन्हें निशुल्क शिक्षा देने की बात कही है।

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोटा के स्कूल संचालकों से संवाद किया। इस दौरान बिरला ने कहा कि कोविड के कारण जिन घरों में माता-पिता या परिवार के कमाने वाले सदस्य की मृत्यु हो गई है, उनमें सबसे अधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ा है। अब उनके भविष्य पर एक प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है। ऐसे परिवारों को हमारे संबल की जरूरत है। यह हमारा सामाजिक उत्तरदायित्व है कि हम सब ऐसे बच्चों की मदद के लिए आएं, उनका भविष्य संवारने के लिए अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ताओं और समाजसेवी संगठनों को आगे आकर ऐसे बच्चों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वे बच्चों के साथ भावनात्मक रिश्ता स्थापित करते हुए यह सुनिश्चित करें कि बच्चों की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हो। साथ ही यह भी देखें कि हम उनके भविष्य को संवार कर उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाएं जो देश के नवनिर्माण में सक्रिय और सकारात्मक योगदान दे।

यह भी पढ़ेंः रेमडेसिवीर चोरी कांड : अब मरीज के हत्यारों और असली चोर को ढूंढेंगे ये “सरकारी जासूस”…

शिक्षा से वंचित नहीं होंगे निराश्रित 
बिरला ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान स्कूल संचालकों और कोचिंग प्रबंधकों से भी ऐसे बच्चों की मदद के लिए आगे आने की अपील की। बिरला ने उनसे आग्रह किया कि वे ऐसे बच्चों को निशुल्क शिक्षा देकर उनके जीवन को एक नई दिशा दें। उन्होंने स्कूल संचालकों से कहा कि यदि उनके स्कूल में ऐसा कोई बच्चा पढ़ता है तो बिना फीस लिए उसको पढ़ाई जारी रखने की अनुमति दें। यदि फीस को लेकर उन्हें कोई परेशानी है तो बताएं, फीस की व्यवस्था कर दी जाएगी। लेकिन फीस के अभाव में ऐसे किसी भी बच्चे को पढ़ाई से वंचित नहीं किया जाए। इसी तरह कोचिंग संस्थान भी कोटा आने वाले ऐसे परिवारों के बच्चों को संबल दें। इस पर सभी स्कूल संचालकों ने बिरला को आश्वस्त किया कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष से उनकी आर्थिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। लेकिन मानवीय पक्ष को प्राथमिकता देते हुए वे ऐसे बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करेंगे। इतना ही नहीं ऐसे बच्चों की किताबों और यूनीफार्म की भी निशुल्क व्यवस्था की जाएगी।

यह भी पढ़ेंः सूने बाजारों में भटक रहे थे लोग, पुलिस ने पकड़ा तो पैरों में गिरे COVIDIOTS, वसूला 1 लाख का जुर्माना

एलन देगा 50 लाख 
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने कोटा आकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के इच्छुक ऐसे परिवारों के बच्चों को निशुल्क कोचिंग और आवास सुविधा उपलब्ध करवाने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने 50 लाख रूपए का एक फंड भी बनाने की घोषणा की जिसके माध्यम से इन परिवारों की आर्थिक सहायता की जाएगी। कॅरियर पाइंट के निदेशक ओम माहेश्वरी ने भी निशुल्क कोचिंग के अलावा हरसंभव सहायता के लिए आश्वस्त किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मां भारती ग्रुप के चेयरमैन और पूर्व महापौर महेश विजय, कोटा सहयोग काॅम्प्लेक्स के अध्यक्ष और लाॅरेंस एंड मेयो स्कूल के चेयरमैन प्रदीप सिंह गौड़, लाॅर्ड कृष्णा ग्रुप के चेयरमैन संजय शर्मा, माॅडर्न स्कूल के अध्यक्ष दीपक सिंह, बीएसएन ग्रुप के अध्यक्ष महावीर विजय, एलबीएस ग्रुप के अध्यक्ष कुलदीप माथुर, शिवज्योति ग्रुप के चेयरमैन महेश गुप्ता, मां भारती इंटरनेशनल ग्रुप के अध्यक्ष दिनेश विजय, सेंट्रल एकेडमी ग्रुप के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, आर्केडिया ग्रुप की निदेशक लता कोठारी,अकलंक पब्लिक स्कूल ग्रुप के कपिल जैन , सेंट जोसेफ स्कूल के निदेशक डॉ अजय शर्मा, बक्शी स्प्रिगडेल्स ग्रुप के निदेशक विनीत बक्शी सहित बड़ी संख्या में कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ के सीबीएसई व राजस्थान बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों के संचालक उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!