रेमडेसिवीर चोरी कांड : अब मरीज के हत्यारों और असली चोर को ढूंढेंगे ये “सरकारी जासूस”…

जिला कलक्टर ने एडीएम सिटी और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को सौंपी जांच

कोटा. श्रीजी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में नर्सिंगकर्मी द्वारा कोविड मरीजों के रेमडेसिवीर इंजेक्शन चुराकर पानी के इंजेक्शन लगाने के बाद हुई महिला की मौत का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया। विधायक पानाचंद मेघवाल ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र भेज मामले से अवगत कराया और उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की। इसके बाद कोटा प्रशासन भी हरकत में आ गया है। जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ ने बुधवार को मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एडीएम सिटी और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य विजय सरदाना को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों अधिकारियों को जांच रिपोर्ट 7 दिन में सौंपनी होगी।

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कौन क्या करेगा जांच
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य विजय सरदाना महिला मरीज की मौत के कारणों का पता लगाएंगे। महिला की मृत्यु रेमडेसिवीर न लग पाने  से हुई या पानी के इंजेक्शन लगाने बाद, मरीज की मेडिकल हिस्ट्री की जांच करेंगे।
एडीएम सिटी आरडी मीणा इस मामले में आरोपी नर्सिंगकर्मी के साथ अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत?, अस्पताल के मेडिकल स्टोर का रिकॉर्ड, रेमडेसिवीर की कालाबाजी सहित तमाम बिंदुओं पर जांच करेंगे। साथ ही मामले में अस्पताल प्रबंधन की भूमिका को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब भी तलाशेंगे।

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ये था मामला
श्रीजी अस्पताल के कोविड वार्ड के बेड नंबर 309-बी में भर्ती कोरोना मरीज माया को 13 मई को रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाया जाना था। मरीज को यह इंजेक्शन अस्पताल के स्टोर से इश्यू हुआ था। परिजनों ने अस्पताल के मेडिकल से रेमडेसिवीर खरीद नर्सिंगकर्मी मनोज रैगर को दिया था। आरोपी मनोज ने उसे चुराकर अपनी जेब में रख लिया और रेमडेसिवीर की जगह माया को ग्लूकोज मिले पानी का इंजेक्शन लगा दिया। जिससे बाद से उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई और दो दिन बाद यानी 15 मई को माया की मौत हो गई। इसी तरह अस्पताल के कोविड वार्ड 307-सी बेड पर भर्ती रतनलाल के साथ भी यही हुआ। मरीज रतनलाल के 8 मई को रेमडेसिविर इंजेक्शन लगना था। परिजन अस्पताल के स्टोर से इंजेक्शन लाए थे। आरोपी मनोज ने इंजेक्शन का पाउडर अपने पास रख लिया और मरीज को चढ़ रही बोतल में सिर्फ पानी डाल दिया। फिर रजिस्टर में साइन कर मरीज को रेमडेसिविर लगाने की पुष्टि कर दी। परिजनों को भी यही बताया। इस बीच आरोपी मनोज व उसका भाई राकेश बाजार में रेमडेसिवीर महंगे दाम में बेचते पकड़े गए। फिलहाल दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

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