170 बीघा जमीन और खाते में 20 करोड़, फिर भी 17 साल से बंद पड़ी शुगर मिल

शुगर मिल चालू करवाने की मांग को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन

TISMedia@Bundi.  जिले के केशवरायपाटन में 17 साल से बंद पड़ी शुगर मिल को फिर से चालू करवाने की मांग जोर पकडऩे लगी है। पिछले 12 दिन से केशवरायपाटन के किसान आंदोलन कर रहे है, जो सोमवार को 13वें दिन भी जारी रहा। बड़ी संख्या में किसान बूंदी के केशवरायपाटन से कोटा पहुंचे और सम्भागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर धरना दिया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। केपाटन से भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल भी प्रदर्शन में शामिल हुई। बाद किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम सम्भागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।

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सरकार को किसानों की चिंता नहीं
विधायक चन्द्रकांता मेघवाल ने कहा कि शूगर मिल चालू नहीं करके केशवरायपाटन की जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। एक तरफ तो सरकार नए नए कार्यक्रम चलाकर रोजगार देने की बात कह रही है। वहीं दूसरी और शुगर मिल चालू कराने को लेकर सरकार गम्भीर नहीं है। जबकि शुगर मिल चालू होने से हाड़ौती सम्भाग के युवाओं को रोजगार मिलेगा। लेकिन, राजस्थान सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। विधायक चंद्रकांता ने चेतावनी दी है कि सरकार ने किसानों की मांग पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।

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17 साल से शुगर मिल
किसान नेता दशरथ सिंह ने बताया कि बूंदी जिले के केशवरायपाटन में साल 2003 से शुगर मिल बंद पड़ी है। शुगर मिल की अपनी करीब 150 से 170 बीघा जमीन है। वहीं खाते में 15 से 20 करोड़ रुपये पड़े है। उसके बाद भी सरकार इसे चालू नहीं करने का कारण नहीं बता पा रही। इसे दुबारा शुरू कराने के लिए किसान लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं।

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