Kota Coaching: दाल में तैर रहा था मेंढक, सब्जी में कॉकरोच, खाद्य विभाग ने मारा हॉस्टल पर छापा

कोटा हॉस्टल एसोसिएशन अध्यक्ष के हॉस्टल पर बड़ी कार्यवाही, जयपुर तक पहुंची खराब खाने की शिकायत

  • कोरल पॉर्क स्थिति आशीर्वाद क्राउन हॉस्टल में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम कर रही है कार्यवाही 
  • खाद्य निरीक्षकों को मौके पर मिली सड़ी गली सब्जियां, आटे और बेसन में तैर रहे थे कीड़े 

TISMedia@Kota कोटा में हॉस्टल संचालक कोचिंग छात्रों की जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। कभी दाल में मेंढ़क तैरता नजर आ रहा है तो कभी सब्जियों में कॉकरोच और रोटियों में बालों के गुच्छे मिल रहे हैं। एक्सपायर ब्रेड से लेकर आटे और दाल चावल में कीड़े बजबजा रहे हैं। आम हॉस्टलों की बात तो छोड़ ही दीजिए, खराब खाने की यह शिकायत कोटा कोचिंग हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल के छात्रावास की है। छात्रों की शिकायत के बाद मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मित्तल के छात्रावास पर छापा मारा। जिसमें तमाम शिकायतें सही पाई गईं। खाद्य निरीक्षक फिलहाल कार्यवाही में जुटे हैं।

कोरल पार्क स्थित आशीर्वाद क्राउन हॉस्टल में रहने वाले छात्र बीते कई दिनों से घटिया खाना परोसे जाने की शिकायत कर रहे थे, लेकिन हॉस्टल के मालिक खुद एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल हैं। जिसकी वजह से छात्रों की स्थानीय स्तर पर कहीं कोई सुनवाई ही नहीं हो रही थी।

दाल में निकला मेढ़क 
छात्रों की शिकायत थी कि हॉस्टल में परोसे जाने वाले खाने की गुणवत्ता बेहद खराब है। खाने में कभी कंकड़ निकलता है तो कभी कॉकरोच। खराब खाना खाने की वजह से छात्रों की अक्सरकर तबियत खराब हो रही है। बच्चे खाने की गुणवत्ता सुधारने की बात कहते हैं तो उन्हें धमकाया जाता है। खाना खाने से मना करने पर उनसे जबरन पैसे वसूले जाते हैं। हद तो उस वक्त हो गई जब खाना खाते समय दाल में से मरा हुआ मेंढ़क निकला। इतना ही नहीं रोटियों में बालों का गुच्छा था और सब्जी में कॉकरोच। हॉस्टल में रहने वाले बच्चों ने स्थानीय स्तर इसकी शिकायत की, लेकिन किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति ने कार्यवाही करना तो दूर ध्यान तक नहीं दिया।

सीएमएचओ ने चलाया डंडा 
छात्रों ने हॉस्टल में मिलने वाले खराब खाने की शिकायत जब सीएमएचओ डॉ. जगदीश सोनी और फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट जयपुर को की। मामले की जानकारी मिलते ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने खाद्य निरीक्षक अरुण सक्सेना और संजीव को मामले की जांच करने के निर्देश दिए। खाद्य निरीक्षकों की टीम ने मंगलवार दोपहर हॉस्टल में छापा मारा और मैस में रखी खाद्य सामग्री की जांच की। सीएमएचओ ने बताया कि जांच में सामने आया कि मैस में रखे बेसन और आटे में कीड़े पड़े हुए थे। इतना ही किचिन में हर तरफ कॉकरोच घूम रहे थे। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता भी बेहद खराब मिली। सीएमएचओ ने बताया कि देर शाम तक कार्यवाही जारी थी। सभी सामान की सेंपलिंग की जा रही है। जिसे जांच के लिए भिजवाया जाएगा।

शिकायतों का अंबार 
हॉस्टल में रहने वाले छात्र आनंद यादव ने बताया कि खाने में आए दिन शिकायतें आती हैं, लेकिन कुछ भी कहने पर बच्चों को हॉस्टल के मालिक धमकाने लगते हैं। बच्चे हॉस्टल खाली करना चाहते हैं तो उनकी सिक्योरिटी वापस नहीं की जाती। हॉस्टल एसोसिएशन का अध्यक्ष होने की धमकी देकर कहा जाता है कि यहां से खाली किया तो कहीं भी दूसरी जगह नहीं रहने देंगे।

विवादों से पुराना नाता
साल 2018 में जब एक मीडिया संस्थान ने कोटा कोचिंग्स से जुड़े हॉस्टल्स का ऑडिट किया था तब भी मित्तल के छात्रावासों में तमाम खामियां सामने आई थीं। जिला प्रशासन ने उस दौरान छात्रावासों की नकेल कसने के लिए 19 बिंदुओं की गाइडलाइन जारी की थी। इतना ही नहीं जिले के आला अधिकारियों को इलाकेबार हॉस्टलों की सूची सौंपकर इस गाइड लाइन की पालना कराने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन कुछ ही दिन बाद हॉस्टल संचालकों और मालिकों ने इस गाइड लाइन को धत्ता बता दिया। उस वक्त भी हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल थे और उनके हॉस्टल आशीर्वाद रेजीडेंसी के बेसमेंट में किचिन चल रहा था। जहां गंदगी के बीच खाना बनाया जा रहा था। इतना ही नहीं फायर सेफ्टी से लेकर बच्चों की आवाजाही की जानकारी रखने के भी कोई इंतजाम इनके हॉस्टल में नहीं मिले थे।

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